ओरमांझी: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को यूआइडी आधारित बायोमेट्रिक्स मशीन ( हैंड हेल्थ डिवाइस) द्वारा ओरमांझी में बीपीएल अंत्योदय परिवारों के बीच पीडीएस खाद्यान्न वितरण योजना का शुभारंभ किया.
एसएस उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ओरमांझी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि ओरमांझी प्रखंड में 75 हजार लोगों को पारदर्शी तरीके से उचित मात्र में खाद्य सामग्री उपलब्ध होगी. इस प्रणाली से मनरेगा मजदूरों को भी गांव में ही मजदूरी का भुगतान होगा. जल्द ही झारखंड सरकार राज्य में चावल दाल, आटा, के अलावा धोती साड़ी भी देने वाली है. यह नया साल का तोहफा होगा. पीडीएस सामग्री के उठाव हेतु ड्राफ्ट की पद्धति भी शीघ्र ही खत्म होगी.
ऐसे मिलेगा राशन
राज्य के मुख्य सचिव आरएस शर्मा ने कहा कि राज्य के 91 प्रतिशत लोगों को आधार से जोड़ा गया है. मोबाइल टेक्नोलॉजी को जन जन तक पहुंचायेंगे. दुमका का मजदूर रांची में रह कर भी मशीन में अंगुली डाल कर राशन हासिल कर सकेगा.
जागरूक हों लोग
सार्वजनिक जनवितरण व उपभोक्ता मामले के मंत्री साइमन मरांडी ने कहा कि हर आदमी को अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने की जरूरत है. दुकानदार से ज्यादा लाभुक दोषी हैं, जो अपना अधिकार नही जानते. पहले कौन चोरी करता था, यह लोग नहीं समझ पाते थे, अब मशीन बता देगी.
सीएस की सराहना
सांसद सुबोधकांत सहाय ने कहा कि मुख्य सचिव आरएस शर्मा ने सेवाओं को आधार से जोड़ने का महत्वपूर्ण काम कर दिखाया. इससे पूर्व कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की छात्रओं ने स्वागत गान प्रस्तुत किया गया. उपायुक्त विनय चौबे ने स्वागत भाषण किया. मौके पर खाद्य आपूर्ति सचिव प्रदीप कुमार, एसओआर प्रमोद कुमार,सुन्दरी तिर्की, चम्पा देवी, मुंतजीर अहमद रजा, बीडीओ रजनीश कुमार,सीओ जीतेंद्र मुंडा सहित अन्य उपस्थित थे.