रामगढ़ : रामगढ़ में रांची रोड स्थित वृंदावन अस्पताल में प्रसव के बाद महिला की मौत से आक्रोशित परिजनों ने जम कर हंगामा किया. अस्पताल में तोड़-फोड़ की. मशीनें, एसी व वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया.
लैब, अटेंडेंट रूम, चिकित्सक कक्ष में भी भारी तोड़-फोड़ की गयी. घटना मंगलवार सुबह करीब 3.30 बजे की है. एचडीएफसी बैंक हजारीबाग में डिप्टी मैनेजर पद पर कार्यरत निशा झा (32) के पिता लीलाकांत झा सारूबेड़ा कोलियरी में कार्यरत हैं.
सोमवार को निशा को प्रसव के लिए अस्पताल में भरती कराया गया. शाम 5.54 बजे ऑपरेशन से उसने लड़के को जन्म दिया. निशा को तीन बोतल खून भी चढ़ाया गया. इसी बीच उसकी तबीयत खराब हो गयी. चिकित्सकों की कोशिशों के बावजूद रात करीब 1.30 बजे उसकी मौत हो गयी. निशा के पति तरुण आनंद झा जमशेदपुर में एक निजी इंश्योरेंस कंपनी में कार्यरत हैं.
वाहनों से पहुंचे लोग
निशा की मौत की सूचना के बाद उसके मायके के लोग वाहनों पर सवार होकर अस्पताल पहुंचे. इसके बाद अस्पताल में जम कर तोड़-फोड़ की. उनका आरोप था कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से निशा की मौत हुई है. अस्पताल की संचालिका डॉ मालती भी लोगों ने हाथापाई की.
डॉ मालती को बचाने आये अस्पताल के दो कर्मचारी मो आलम व राम किशोर तिवारी को बुरी तरह पीटा. मो आलम की पसली की हड्डी टूट गयी. राम किशोर तिवारी को पूरे शरीर पर गंभीर चोट आयी है. घटना के समय पुलिस गश्ती दल भी पहुंचा.
पर मलावरों की भारी संख्या व उग्र रूप देख कर पुलिस कुछ नहीं कर पायी. बाद में सुबह होने पर एसपी रंजीत कुमार प्रसाद ने अस्पताल पहुंच कर हालात की जानकारी ली. बाद में दिन के करीब 1.30 बजे स्थानीय लोगों ने एनएच 33 को जाम कर दिया. काफी प्रयास के बाद प्रशासन ने जाम हटवाया. आइएमए की रामगढ़ शाखा ने बैठक कर इस घटना का विरोध किया है. दोषियों को पकड़ने की मांग की है.