रांचीः सरकार की उपेक्षापूर्ण रवैये के विरोध में पूरे प्रदेश के समाहरणालय संवर्ग के 5000 कर्मचारी आगामी 21 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की है. कर्मचारियों का यह आंदोलन 18 सूत्री मांगों को लेकर है. रविवार को राज्य स्तरीय संघर्ष समिति के सदस्यों ने पत्रकारों को बताया कि समाहरणालय संवर्ग के कर्मचारियों के वेतन में कई विसंगतियां हैं, जिसे लेकर झारखंड राज्य अनुसचिवीय कर्मचारी संघ (समाहरणालय संवर्ग) के सदस्यों ने कई बार आला अधिकारियों से वार्ता की. इस दौरान आश्वासन भी दिया गया लेकिन, आज तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई.
सदस्यों ने बताया कि सचिवालय संवर्ग के कर्मचारियों का ग्रेड पे समाहरणालय संवर्ग के कर्मचारियों से ढ़ाई गुणा ज्यादा है. समाहरणालय संवर्ग के कर्मचारी जिले के रीढ़ हैं. लेकिन, सरकार इन कर्मचारियों को उपेक्षित कर रही है. समाहरणालय संवर्ग के कर्मचारियों के आंदोलन को कई महासंघ ने भी समर्थन दिया है. इस मौके पर अशोक सिंह, जमील अख्तर, केपी यादव,मो अनवर, मनमोहन पांडा,बसंत सिंह,तपन व राजेश दुबे आदि शामिल थे.
ससे पूर्व कर्मचारियों का अधिवेशन भी आयोजित किया गया. इसमें काफी संख्या में कर्मचारियों ने हिस्सा लिया.
क्या है मांगें
-निम्न व उच्च वर्गीय लिपिकों को समायोजित करते हुए पदनाम समाहरणालय सहायक किया जाये.
-वेतन विसंगतियों को दूर किया जाये
-सेवाशर्त नियमावली को दुरुस्त किया जाये.
-सामाजिक सुरक्षा के लेखा लिपिकों की सेवा एवं भरती नियमावली समाहरणालय संवर्ग के सहायकों के अनुरूप किया जाये.
-राजभाषा उर्दू कर्मियों की सेवा शर्त नियमावली बनायी जाये
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