रांची: दारोगा नियुक्ति में गड़बड़ी की हुई दोबारा जांच में 42 पुलिस पदाधिकारियों की नियुक्ति गलत तरीके से किये जाने की बात सामने आयी है. इनमें होमगार्ड के लिए नियुक्त 25 कंपनी कमांडर और 17 सार्जेट शामिल हैं. ये सभी पुलिस पदाधिकारी नौकरी से हटाये जायेंगे. इसके अलावा 14 पुलिस पदाधिकारियों का पद बदला जायेगा. पुलिस मुख्यालय ने बुधवार को सभी पुलिस पदाधिकारियों की सूची जारी कर दी. इनके स्थान पर उन उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र दिया जायेगा, जो पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों की गलत नीति (मेरिट के बदले प्राथमिकता के आधार पर चयन) के कारण असफल रहे.
सरकार ने बनायी थी दूसरी जांच समिति
इससे पहले गठित जांच समिति ने रिपोर्ट दी थी कि तत्कालीन डीजीपी जीएस रथ ने मेरिट के बदले प्राथमिकता के आधार पर रिजल्ट बनाने का एकतरफा निर्णय लिया था. इसके लिए उन्होंने कोई लिखित आदेश भी नहीं दिया और रिजल्ट जारी कर दिया. झारखंड लोक सेवा आयोग ने भी इस मामले में अपना मंतव्य देते हुए मेरिट के बदले प्राथमिकता के आधार पर सफल उम्मीदवारों की सूची बनाने को नियम संगत नहीं माना है. इसके बाद सरकार ने दूसरी जांच समिति बनायी थी.
हाइकोर्ट में है मामला
दारोगा नियुक्ति में हुई गड़बड़ी को लेकर हाइकोर्ट में 45 रीट याचिका दाखिल की गयी है. इन मामलों में 24 जनवरी तक सरकार को अपना पक्ष रखना है. पुलिस मुख्यालय 27 मामलों में शपथ पत्र दाखिल कर पक्ष रख चुकी है. 18 मामलों में शपथ पत्र दायर करना बाकी है.
डीजीपी ने की थी अनुशंसा
डीजीपी राजीव कुमार ने सरकार से विज्ञापन में वर्णित प्रावधानों के अनुरूप नये सिरे से मेरिट लिस्ट बनाने और नियुक्ति करने की अनुशंसा सरकार से की थी. इसके बाद सरकार ने नये सिरे से मेरिट लिस्ट बनाने का आदेश पुलिस मुख्यालय को दिया था.