रांची: टीपीसी के उग्रवादी ने पलामू के इंस्पेक्टर पीके मिश्र की पैरवी की है. उग्रवादी ने इंस्पेक्टर के खिलाफ शिकायत करनेवाले छतरपुर के बसंत यादव को फोन करके कहा है कि डीजीपी को की गयी शिकायत को वापस ले लो. ऐसा नहीं करने पर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है. इस बात की जानकारी मिलने के बाद डीजीपी के निर्देश पर इंस्पेक्टर पीके मिश्र को छतरपुर से हटा दिया गया है.
डीजीपी के आदेश पर पलामू प्रमंडल के डीआइजी आरके धान पूरे मामले की जांच कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक गत 30 दिसंबर को बसंत यादव व उनके साले सुरेंद्र यादव को थाना बुलाया. मारपीट व गाली-गलौज की और आठ घंटे तक थाने में बैठाये रखा. बसंत यादव के मुताबिक इंस्पेक्टर ने नक्सली केस में जेल भेजने की धमकी भी दी.
बसंत यादव ने पूरे मामले की शिकायत डीजीपी से मिल कर की. डीजीपी ने इंस्पेक्टर पीके मिश्र पर लगे आरोपों की जांच का आदेश दिया, जिसके बाद टीपीसी के एक उग्रवादी ने बसंत यादव को फोन कर धमकी दी. उग्रवादी ने उनसे कहा कि इंस्पेक्टर के खिलाफ दिये आवेदन को वापस ले लो, नहीं तो बुरा अंजाम होगा. उग्रवादी ने बसंत यादव से 200 कंबल की भी मांग की. बसंत यादव ने इसकी शिकायत भी पुलिस के सीनियर अफसरों से की. इसके बाद इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गयी. पूरे मामले पर इंस्पेक्टर का पक्ष जानने की कोशिश की गयी, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका.
इंस्पेक्टर पर मारपीट और र्दुव्यवहार का आरोप है. इस आरोप में उन्हें पद से हटाया गया है. जांच चल रही है. ताजा मामला आया है कि टीपीसी का उग्रवादी, पीड़ित बसंत यादव को फोन करके शिकायत वापस करने का दवाब बना रहा है. इसकी भी जांच शुरू कर दी गयी है.
आरके धान, डीआइजी, पलामू