रांची: पटना ब्लास्ट के बाद हिंदपीढ़ी के इरम लॉज से बरामद विस्फोटक मामले में अनुसंधान अब नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआइए) करेगी. विस्फोटक की बरामदगी इंडियन मुजाहिद्दीन के संदिग्ध हैदर और मोजीबुल्ला के कमरे से हुई थी.
एनआइए के अनुसार दोनों आतंकियों की संलिप्तता बोधगया और पटना सीरियल ब्लास्ट मामले में है. दोनों की तलाश एनआइए को है. इरम लॉज में पुलिस ने विगत चार नवंबर को छापेमारी की थी. इस संबंध में धुर्वा थाना के पूर्व थानेदार बीएन सिंह के बयान पर हिंदपीढ़ी थाने में मामला दर्ज हुआ था. इसके अनुसंधानक कोतवाली डीएसपी दीपक अंबष्ट बनाये गये थे. एनआइ को केस सौंपे जाने के संबंध में सरकार ने आदेश जारी कर दिया है. इसकी पुष्टि एसएसपी भीमसेन टूटी ने भी की है.
पटना ब्लास्ट की घटना के बाद सीठियो निवासी इम्तियाज को गिरफ्तार किया गया था. उसके पास से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ था. मोबाइल से झारखंड पुलिस स्पेशल ब्रांच के अधिकारियों को मोजिबुल्ला का नाम मिला. ओरमांझी में छानबीन के बाद पुलिस को पता चला कि वह इरम लॉज में रहता था. उसके बाद पुलिस ने इरम लॉज में छापेमारी की. छापेमारी में लॉज के कमरे से विस्फोटक मिले थे. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि लॉज में मोजिबुल्ला के साथ हैदर रहता था. लेकिन पहचान छिपाने के लिए हैदर ने सलीम अंसारी के नाम पर फरजी वोटर कार्ड बनवा रखा था. उल्लेखनीय है विस्फोट की घटना में शामिल होने के आरोप में एनआइए ने वर्तमान में हैदर पर 10 लाख और मोजिबुल्ला पर पांच लाख का इनाम भी जारी कर रखा है. दोनों की तलाश में झारखंड सहित देश के विभिन्न इलाके में छापेमारी हो चुकी है.
लॉज से विस्फोटकों के साथ इन सामान की हुई थी बरामदगी
लोटस कंपनी की टाइमर
25 पीस जिलेटिन
14 पीस डेटोनेटर
चार पीस टाइमर घड़ी
आठ पीस बिजली का तार
मुंह ढकने का मास्क
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