रांची: इ-पेमेंट गेटवे के माध्यम से राज्य सरकार कर चुकाने की प्रक्रिया सरल बनाने की कोशिश में है. वाणिज्य कर विभाग और परिवहन विभाग इ-पेमेंट गेटवे का इस्तेमाल करनेवालों को हफ्ते के सातों दिन और 24 घंटे घर बैठे कर चुकाने की सुविधा दे रहा है. आमलोगों के लिए डिजाइन की गयी इस प्रक्रिया का सबसे ज्यादा फायदा ट्रांसपोर्टरों को पहुंच सकता है. ट्रांसपोर्टर को हर तीन माह में टैक्स देना होता है.
इ-पेमेंट गेटवे के कारण हर तीन महीने में ट्रांसपोर्टर को डीटीओ कार्यालय का चक्कर लगाने से छुट्टी मिल सकती है. दलालों से भी मुक्ति संभव है. समय की काफी बचत होगी. अप-टू-डेट टैक्स का इलेक्ट्रॉनिक प्रूफ उपलब्ध होने से रसीद के झंझट से भी छुटकारा मिल गया है. राशि सीधे सरकार के बैंक एकाउंट में जा रही है. छुट्टी के दिन भी टैक्स जमा करने की सुविधा लोगों को मिल रही है.
नये सिस्टम में थोड़ी परेशानी : झारखंड सरकार ने इ-पेमेंट गेटवे लांच कर दिया है. लोगों में जागरूकता की कमी के कारण यह सुविधा राज्य में पूरी तरह से सफल नहीं हो सका है. कुछ तकनीकी खामियों के कारण भी यह सिस्टम अपने उद्देश्य पूरे करने में सफल नहीं हो पा रहा है. उदाहरण के लिए डीटीओ कार्यालय में टैक्स जमा करनेवालों को टैक्स क्लीयरेंस के लिए अब भी सरकारी कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं होने से ऑनलाइन क्लीयरेंस की सुविधा नहीं दी गयी है. इसके अलावा बार-बार लिंक फेल होना और डीटीओ कार्यालय में इंटरनेट फैसिलिटी अप टू मार्क नहीं होने से भी परेशानी आ रही है.
इ-पेमेंट गेटवे से फायदे
कहीं से कभी भी टैक्स जमा कर सकते हैं
टैक्स जमा करने के लिए बैंक या सरकारी कार्यालय नहीं जाना होगा
टैक्स जमा कराने के लिए वकील या दलाल जैसे माध्यम की जरूरत नहीं
इलेक्ट्रॉनिक प्रूफ उपलब्ध होने के कारण रसीद संभाल कर रखने की
आवश्यकता नहीं
टैक्स राशि सीधे राज्य सरकार के बैंक एकाउंट में जमा हो रही है
डीटीओ कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटरों और चपरासियों के राज से मुक्ति
कभी भी टैक्स जमा करने की सुविधा के कारण समय की बचत
इ-पेमेंट गेटवे में आ रही अड़चन
लोगों में जागरूकता की कमी
आम आदमी के लिए सिस्टम थोड़ा कठिन
टैक्स क्लीयर कराने के लिए अब भी सरकारी कार्यालय जाने की जरूरत
सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं
बार-बार लिंक फेल होने और इंटरनेट फैसिलिटी अप टू मार्क नहीं
होने से परेशानी
सॉफ्टवेयर में तकनीकी खामियों के कारण उत्पन्न होनेवाली परेशानी