रांची: 27 अक्तूबर को पटना के गांधी मैदान में सीरियल ब्लास्ट के बाद वहां की पुलिस ने रांची निवासी इम्तियाज को पकड़ा. वहीं रांची पुलिस ने इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) के बड़े नेटवर्क को पकड़ने में कामयाबी पायी. पुलिस व एनआइए की टीम ने मिल कर न सिर्फ घटना के दिन ही इम्तियाज के घर से विस्फोटक की बरामदगी की, बल्कि लगातार आइएम के मॉडयूल के पीछे लगी रही.
इसका फायदा भी पुलिस को मिला. हिंदपीढ़ी के इरम लॉज में छापामारी कर पुलिस ने आइएम द्वारा तैयार कर रखे नौ टाइमर बम को बरामद किया. साथ ही यह भी खुलासा किया कि जिन आतंकियों ने पटना में सीरियल ब्लास्ट किया, उन्हीं आतंकियों ने बोधगया में भी सीरियल ब्लास्ट किया था. बरामद दस्तावेजों से यह भी पता चला कि दूसरे धार्मिक स्थलों पर भी ब्लास्ट की योजना तैयार कर रखी थी.
ओपेन जेल खुली
हजारीबाग स्थित लोकनायक जय प्रकाश नारायण केंद्रीय कारा के बगल में ओपेन जेल का इस साल सरकार ने उदघाटन किया. इसमें सरेंडर करनेवाले नक्सलियों को परिवार के साथ रहने व रोजगार प्रशिक्षण की व्यवस्था है. नक्सलवाद को खात्मे की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.
सारंडा से खदेड़े गये नक्सली
सारंडा एक्शन प्लान के तहत सरकार ने सारंडा में सड़कों के निर्माण के साथ-साथ नक्सलियों के खिलाफ अभियान शुरू किया. लगातार अभियान से नक्सली उस सारंडा जंगल से हटने को मजबूर हुए.