रांची: भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने आज यहां कांग्रेस की केंद्र सरकार की नीतियों पर करारा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि उसे लकवा मार गया है और यही कारण है कि झारखंड जैसे प्रदेश में देश का सबसे बड़ा कोयले का भंडार होते हुए भी यह प्रदेश अंधेरे में डूबा हुआ है.
मोदी ने आज यहां एक विशाल ‘विजय संकल्प रैली’ को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि देश में 55 वर्षों से अधिक समय तक शासन करने वाली कांग्रेस की सरकारों में कोई दूरदृष्टि (विजन) ही नहीं रही है जिसका खामियाजा झारखंड जैसे प्रदेश को भुगतना पड़ रहा है. कांग्रेस की सरकार को लकवा मार गया है.
उन्होंने कहा, ‘‘लोग हमसे विजन के बारे में पूछते हैं. आखिर यह कौन सा विजन है कि कोयले का सबसे अधिक भंडार झारखंड में है और झारखंड को बाहर से बिजली आयात करनी पड़ती है.’’ उन्होंने कहा कि झारखंड में कोयले की खदानों और भंडारों के समीप ही बड़े बड़े विद्युत संयन्त्र स्थापित किये जाने चाहिए थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. यहां से कोयला बाहर ले जाकर विद्युत उत्पादन किया जाता है. मोदी ने आरोप लगाया, ‘‘झारखंड अंधेरे में डूबा हुआ है.’’
अमीर राज्य की कोख में गरीबी क्यों पल रही –भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने आज यहां खनिज संपदा से परिपूर्ण झारखंड की गरीबी का मुद्दा उठाया और कांग्रेस से पूछा कि वह बताये कि आखिर इस अमीर राज्य की कोख में गरीबी क्यों पल रही है? नरेन्द्र मोदी ने आज यहां एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए झारखंड की जनता की नब्ज को पकड़ा और कहा, ‘‘झारखंड के पास जो अपार संपदा है, उसे देखकर दुनिया का कोई भी पंडित बता देगा कि इस राज्य को दुनिया के समृद्ध राज्यों में शामिल होना चाहिए. लेकिन आखिर क्यों इस अमीर राज्य की कोख में गरीबी पल रही है?’’ मोदी ने कांग्रेस को ललकारते हुए कहा, ‘‘आज कांग्रेस के नेताओं को झारखंड की जनता को जवाब देना ही होगा कि आजादी के बाद से 55 वर्षों में भी उन्होंने झारखंड में गरीबी और लाचारी क्यों नहीं दूर की.’’
मोदी ने कहा, ‘‘इसी रांची की धरती पर जब पंडित जवाहर लाल नेहरु प्रधानमंत्री के रुप में एक कार्यक्रम में आये थे तो यहां के लोगों ने अलग झारखंड राज्य की उनसे मांग की थी तो उन्होंने इसे हंसी में उड़ा दिया था.’’उन्होंने कहा कि यह केंद्र की अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राजग की सरकार ही थी जिसने आजादी के पचास वर्षों बाद झारखंड की जनता की भावनाओं की कद्र की और उसे अलग राज्य दिया.उन्होंने दुख व्यक्त किया कि वाजपेयी सरकार ने अलग झारखंड राज्य का गठन तो कर दिया लेकिन जिन सपनों को पूरा करने के लिए इसका गठन किया गया था वह हकीकत में नहीं बदल सके.
मोदी ने आरोप लगाया कि जिस कांग्रेस ने आजादी के बाद पचास वर्षों तक झारखंड की आवाज को सुना तक नहीं और उल्टे इसे दबाया और दबोचा वहीं यहां किसी भी सरकार को स्थिर नहीं रहने देती है.उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की केंद्र सरकारों की साजिशों के चलते यहां कोई सरकार स्थिरता से काम ही नहीं कर पाती है. कांग्रेस यहां सभी सरकारों को गिराने में ही जुटी रहती है.उन्होंने कहा कि राजनीतिक स्थिरता न होने के चलते झारखंड में गरीबी बढ़ती ही जा रही है लेकिन वादा किया कि एक बार केंद्र में यदि भाजपा की सरकार बन गयी तो वह झारखंड के साथ पिछले छह दशकों से भी अधिक समय से हुई नाइंसाफी को हर हाल में दूर करेगी.