नयी दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले झारखंड विकास मोरचा और जनता दल (यूनाइटेड) के बीच गंठबंधन को लेकर नजदीकी बढ़ गयी है. जदयू सांसद केसी त्यागी के आवास पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के बीच इसे लेकर विस्तार से बातचीत हुई. इस दौरान जदयू अध्यक्ष शरद यादव भी मौजूद थे. बैठक की अहमियत का पता इसी से चलता है कि मरांडी एयरपोर्ट से सीधे सांसद व जदयू महासचिव केसी त्यागी के आवास पर पहुंचे. बैठक के बाद बाबूलाल मरांडी ने मीडिया से बातचीत में कहा : जेवीएम और जदयू बिहार-झारखंड में मिल कर काम करेंगे. समाज में लोगों को बांटने की कोशिश की जा रही है, हमलोग इसे रोकने का काम करेंगे.
वार्ता अच्छी हुई : बाबूलाल
गंठबंधन के बारे में पूछे जाने पर बाबूलाल मरांडी ने कहा : हम लोग एक प्रयास कर रहे हैं कि गैर कांग्रेस और गैर भाजपा दलों के बीच आपस में सहमति बने. हमलोग झारखंड और बिहार में मिल कर काम करेंगे. कोशिश चल रही है. वार्ता अच्छी हुई है.
आगे भी अच्छा काम होगा
दोनों राज्यों में गंठबंधन के विषय पर बाबूलाल ने कहा : बिहार-झारखंड के लोग एक-दूसरे को जानते-समझते हैं, इसलिए दोनों दलों का ऐसा प्रयास है कि बिहार-झारखंड में मिल कर काम करें. इसका अच्छा परिणाम आयेगा. उन्होंने कहा : इस देश में यदि सरकार बनेगी, तो दोनों दलों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी. गंठबंधन से किसे फायदा होगा, पूछे जाने पर श्री मरांडी ने कहा : अभी फायदे की बात नहीं कर रहा हूं. दोनों दल मिल कर झारखंड और बिहार में काम करेंगे. इसकी औपचारिक घोषणा समय आने पर कर दी जायेगी. अन्य दलों के साथ आने के विषय में उन्होंने कहा : देखते हैं कि आगे कौन-कौन आते हैं. दूसरी ओर, जदयू महासचिव केसी त्यागी ने भी कहा : दोनों दलों के बीच आपसी गंठबंधन पर बात हुई है.
सीटों पर अभी ठोस निर्णय नहीं
इधर, सूत्रों का कहना है कि दोनों दल गंठबंधन को लेकर तैयार हैं, लेकिन सीटों पर अभी कोई ठोस निर्णय नहीं हुआ है. झाविमो चाहता है कि लोकसभा चुनाव में उसे बिहार में भी सीटें दी जाये. इसी तरह से झारखंड में भी सीटों की संख्या पर बातचीत होनी है. झाविमो जितनी सीटें जदयू को देना चाह रहा है, उसे लेकर जदयू में अभी विचार करना है. बहरहाल, दोनों दल साथ काम करने पर राजी दिख रहे हैं. माना जा रहा है कि इसकी औपचारिक घोषणा भी जल्द कर दी जायेगी.
सीटों पर अभी सहमति नहीं : प्रवीण सिंह
झाविमो के महासचिव प्रवीण सिंह ने पूछे जाने पर बताया कि सीट बंटवारे पर अभी कभी कोई सहमति नहीं बनी है. बिहार में झाविमो जदयू को सहयोग करेगा, वहीं झारखंड में जदयू झाविमो को सहयोग करेगा.