मजदूर की मौत के बाद गुस्सा फूटा, चार माह से नहीं मिला था वेतन
बड़बिल : जोड़ा थाना व देवझर ग्राम पंचायत स्थित जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड के पिलेट प्लांट के ठेका मजदूरों के मेस में एक मजदूर की मौत के बाद भड़की नाराजगी बुधवार को हिंसक झड़प में तब्दील हो गयी.
सुबह सात बजे सैकड़ों की संख्या में ठेका मजदूर मुआवजे की मांग करते हुए प्लांट गेट के सामने हड़ताल पर बैठ गये. इसके जवाब में जिंदल के निजी सुरक्षाकर्मियों ने हड़ताली मजदूरों पर लाठी चार्ज कर दिया. जिसका विरोध मजदूरों ने किया. मजदूरों की संख्या बढ़ने पर सुरक्षाकर्मियों ने गेट के भीतर से पत्थर फेंके. इससे कई मजदूर जख्मी हो गये. नाराज मजदूरों ने सुरक्षाकर्मियों की गाड़ी फूंक डाली. बड़ी संख्या में पुलिस बल के पहुंचने पर मामला शांत हो सका.
दरअसल, मजदूरों की मेस के 17 नंबर कमरे में रह रहे उतर प्रदेश के बलिया जिला, थाना सिकंदरपुर, गांव गोसाइनपुर निवासी महादीप सिंह (56) की मौत 17 दिसंबर को हो गयी. महादीप आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे और मजदूरों का आरोप है कि उनकी मृत्यु भूख से हो गयी. जिंदल स्टील में उत्तर प्रदेश की ठेका कंपनी जगदंबा इंटरप्राइजेज में वे फेब्रिकेटर के पद पर कार्यरत थे.
चार माह से बिल भुगतान नहीं होने से ठेका एजेंसी ने मजदूरों का वेतन रोक रखा था. महादीप की मौत के बाद भड़के मजदूरों ने जिंदल गेट जाम कर दिया. हंगामा देखकर जिंदल प्रशासन ने सभी प्लांट तथा कॉलोनी जाने वाले मार्गो को बंद कर दिया. इस दौरान कंपनी के सुरक्षाकर्मी मजदूरों पर पत्थर बरसाते रहे. जवाब में मजदूरों ने भी पत्थरबाजी की.
मजदूरों का आरोप है कि पुलिस की मौजूदगी में दो सौ की संख्या में सुरक्षाकर्मियों ने मजदूरों पर पत्थर फेंके. इससे आंदोलित मजदूरों के अलावा कई पुलिस और मीडियाकर्मी भी जख्मी हो गये. स्थिति अनियंत्रित होने पर जिला एसपी कविता जलान ने बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित करायी. मजदूरों की मांग सुनने के लिए प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे.
बतौर मुआवजा मृतक के परिजनों को 15 लाख रुपये, मृतक के चार माह का बकाया वेतन भुगतान, बेटे या बेटी को नौकरी, शव को यूपी पहुंचाने तथा उसके परिवार के लोगों को यूपी से बड़बिल आने जाने का खर्च व सभी मजदूरों के बकाया वेतन भुगतान का आश्वासन मिलने पर मजदूर माने. इस बीच मजदूरो ने प्लांट में संघ बनाने का भी आह्वान किया.