देहरादून : भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने आज केंद्र और उत्तराखंड की कांग्रेस सरकारों पर योगगुरु रामदेव के खिलाफ अपनी पूरी ताकत झोंकने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि ये अपनी आधी शक्ति भी आपदा पीड़ितों के लिये लगातीं तो उनकी दशा सुधर गयी होती. यहां के ऐतिहासिक परेड ग्राउंड में ‘शंखनाद रैली’ को संबोधित करते हुए मोदी ने आरोप लगाया, ‘मैं हैरान हूं कि दिल्ली और देहरादून की सरकारों ने अपनी पूरी शक्ति बाबा रामदेव के खिलाफ लगा रखी है. यदि वे इसकी आधी भी शक्ति आपदा पीड़ितों के लिये लगा देते, तो उनकी दशा में सुधार आ गया होता.’
कांग्रेस की इस ‘राजनीतिक सोच’ को अपनी समझ से परे बताते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस की आंख में रामदेव चुभ रहे हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘बाबा रामदेव सांस लेने को कह रहे हैं जबकि इससे कांग्रेस की सांस जा रही है.’ इस संबंध में उन्होंने दावा किया कि कोई दिन ऐसा नहीं है जब इनके(सरकारों)द्वारा बाबा रामदेव के खिलाफ कोई मामला दर्ज न किया जा रहा हो. ऐसी परिपाटी को लोकतंत्र के लिये ठीक नहीं बताते हुए मोदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता में रहते हुए या उसके मुख्यमंत्रियों ने कभी कांग्रेसियों या विरोधी पार्टियों के लोगों को राजनीतिक कारणों से परेशान नहीं किया.
उन्होंने कहा कि जब योगगुरु रामदेव द्वारा किये जा रहे कार्यों जैसी गतिविधियां किसी राज्य में होती हैं तो उससे चेतना भी आती है, रोजगार भी सृजित होता है और आर्थिक लाभ भी होता है. उन्होंने आरोप लगाया, ‘लेकिन इनका :कांग्रेस का: इरादा ऐसी गतिविधियों पर ताला लगाने का रहता है ताकि अपनी दुकान चलती रहे.’ कांग्रेस पर गैर कांग्रेसी राज्यों के प्रति भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि जब आप सरकार में होते हैं तो कोई अपना-पराया नहीं होता, सब अपने होते हैं.
इस संबंध में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘वर्ष 2003 में उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार होते हुए भी वाजपेयी जी ने उसे 10 साल के लिये आर्थिक पैकेज दिया, जिसके फलस्वरुप राज्य में हजारों करोड़ों रुपये के कारखाने, रोजगार आये और खुशहाली आयी.’ उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार ने सत्ता में आते ही उत्तराखंड के लिये पैकेज की अवधि घटा दी.
अपने संबोधन के दौरान इस साल आयी प्राकृतिक आपदा में हुए जानमाल के नुकसान का जिक्र करते हुए मोदी ने उत्तराखंड की कांग्रेस सरकार की भी इस बात के लिये आलोचना की कि उसकी ‘राजनीतिक निष्ठुरता’ ने उन्हें पीड़ितों के साथ दुख बांटने का अवसर नहीं दिया और उन्हें यहां से विदा कर दिया. उन्होंने कहा कि गुजरात के कच्छ और भुज में वर्ष 2001 में भूकंप आया था और तब उन्होंने हाथ बढ़ाने वाले सभी राज्यों यहां तक कि पाकिस्तान से भी मदद स्वीकार की थी.
कांग्रेस पर अहंकारी होने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि जनता की परवाह किये बगैर वह भ्रष्टाचार में लगे हुए हैं. इस संबंध में उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिये बगैर कहा कि कांग्रेस के एक नेताजी ने कल ‘लोकपाल को भ्रष्टाचार के खिलाफ एक कारगर हथियार’ बताते हुए इसके महत्व पर एक प्रेस कांफ्रेस की. मोदी ने कहा, ‘मैं उनसे सवाल पूछना चाहता हूं कि अगर कांग्रेस को भ्रष्टाचार की इतनी चिंता है तो उत्तराखंड में भाजपा की पूर्ववर्ती भुवन चंद्र खंडूरी के काल में पारित लोकायुक्त कानून को लागू क्यों नहीं होने दिया.’
मोदी ने कहा कि उत्तराखंड में संसाधनों की कोई कमी नहीं है और यहां जलविद्युत परियोजनाओं, जड़ी बूटी और पर्यटन खासतौर से धार्मिक पर्यटन की अपार संभावना है जिसके विकास से यहां के नौजवानों को राज्य से बाहर जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी. उन्होंने कहा, ‘उत्तराखंड में एक कहावत बार-बार कही जाती है कि पहाड़ की जवानी और पानी उसके काम नहीं आता. लेकिन अगर जलविद्युत शक्ति और पर्यटन के विकास पर ध्यान दिया जाये तो नौजवानों को घर छोड़कर बाहर जाने की जरुरत ही नहीं रहेगी.’
इस संबंध में उन्होंने कहा कि सवा सौ करोड़ भारतवासियों का सपना होता है कि वह एक बार जरुर हरिद्वार और ऋषिकेश जायें और उनके इस सपने से क्षेत्र का आर्थिक लाभ भी जुड़ा है. एक साथ बनने वाले तीन राज्यों छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तराखंड के बारे में मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ बाकी दोनों राज्यों के मुकाबले समृद्ध राज्यों की बराबरी में तेजी से आगे बढ़ रहा है. इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता ने समझदारी से काम लेते हुए भाजपा की सरकार बनायी जबकि बाकी दोनों राज्यों में बार-बार दल और नेता बदलने से अस्थिरता रही और इस से विकास को नुकसान पहुंचा.
उन्होंने कहा कि वह जनता से अपील करते हैं कि अब ज्यादा प्रयोग न करें और भाजपा पर विश्वास करें. मोदी ने इस संबंध में कहा कि उत्तराखंड के पार्टी प्रभारी के रुप में उन्होंने यहां बहुत कुछ पाया है. उन्होंने कहा, ‘ईश्वर शक्ति दे और यदि आप आशीर्वाद दें तो मैं कुछ तो आपको लौटा सकूं.’हाल में आये चार राज्यों के चुनाव परिणामों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हवा का रुख साफ है कि कांग्रेस मुक्त शासन की शुरुआत हो चुकी है. उन्होंने दावा किया, ‘जो चार राज्यों में हुआ, वह चारों ओर होने वाला है.’