रांची: खबर है कि पुलिस ने पलामू प्रमंडल के नेताओं से आग्रह किया है कि वह लातेहार होते हुए एनएच-75 से होकर न गुजरें. पुलिस के इस कदम से राजनेता हतप्रभ हैं.
उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि जिनके ऊपर सुरक्षा की जिम्मेदारी है, वही क्यों इस तरह की सलाह दे रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व विधायक राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि उन्हें जिला स्तर की पुलिस से पर इस तरह की जानकारी दी गयी है. उनसे कहा गया है कि दस दिनों तक लातेहार जिले से न गुजरें. पूर्व विधायक ने बताया कि पलामू प्रमंडल में तीन दशक से नक्सलवाद है. यह पहला मौका है, जब इस तरह से नेताओं को आनेजाने से रोका जा रहा है. कुछ अन्य नेताओं ने भी पुलिस के द्वारा लातेहार से गुजरने से मना किये जाने की बात की पुष्टि की है.
केंद्र चाहता है राजनीतिक गतिविधियां
तीन माह पहले गृह मंत्रलय के अधिकारियों ने नक्सल प्रभावित राज्यों के डीजीपी की बैठक में कहा था कि माओवादियों के खिलाफ कार्रवाई के साथ-साथ यह भी जरूरी है कि प्रभावित क्षेत्र में राजनीतिक गतिविधियां भी चले. इससे नक्सलवाद को कम किया जा सकता है. मंत्रलय के इस सलाह के बाद पुलिस मुख्यालय के तत्कालीन प्रवक्ता एडीजी एसएन प्रधान ने कहा था कि राज्य पुलिस नक्सल प्रभावित इलाकों में राजनीतिक गतिविधियों को बढ़ावा देगी.
जेवीएम के कार्यक्रम में जा रहे वाहन रोके गये
लातेहार में ब्लास्ट की घटना के बाद पुलिस ने रांची की तरफ से जा रहे वाहनों को रोक दिया. सूचना के मुताबिक जेवीएम के कार्यक्रम को लेकर रांची की तरफ से पार्टी कार्यकर्ताओं से भरे कई वाहन लातेहार जा रहे थे, जिन्हें रोक दिया गया.
नहीं बढ़ी वीडी राम की सुरक्षा
पलामू में माओवादियों द्वारा पूर्व डीजीपी वीडी राम के खिलाफ पोस्टर चिपकाये जाने की घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्रलय ने राज्य पुलिस को एडवाइजरी भेजी थी. मंत्रलय ने राज्य पुलिस से कहा है कि पूर्व डीजीपी की सुरक्षा बढ़ायी जाये, लेकिन अब तक उनकी सुरक्षा नहीं बढ़ायी गयी है. उल्लेखनीय है कि वीडी राम ने नक्सलियों के खिलाफ कई बड़ी कार्रवाई की है, जिससे नक्सलियों को नुकसान उठाना पड़ा है. रिटायर होने के बाद वह बीजेपी से जुड़ कर राजनीति के मैदान में आये हैं.