रांची: श्रम मंत्री चंद्रशेखर दूबे ने आश्वासन दिया है कि पूर्व की तरह ही बालू की आपूर्ति होगी. बालू उठाव के लिए सरकार पर दबाव बनाने का आश्वासन मिलने के बाद अनशन पर बैठे बालू ट्रक एसोसिएशन ने अपना अनशन समाप्त कर दिया.
अनशन पर एसोसिएशन के अध्यक्ष दिलीप साहू बैठे थे. उन्होंने अनशन समाप्त किया, लेकिन हड़ताल जारी रहने की बात कही. कहा गया है कि एक भी बालू ट्रक को रांची नहीं आने दिया जायेगा. इसके पूर्व दिन 12 बजे मंत्री राजभवन के समीप अनशन स्थल पर गये. मंत्री ने अपने हाथों से जूस पिला कर अनशन समाप्त कराया.
अधिकारी दिल्ली में वार्ता नहीं हो सकी
एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल को मंत्री ने अपने आवास पर वार्ता के लिए बुलाया. इस वार्ता में खान सचिव और वन सचिव के उपस्थित होने की बात कही गयी. लेकिन जब उन्हें फोन किया गया, तो पता चला कि दोनों अधिकारी दिल्ली में हैं. इसके बाद मंत्री ने टेलीफोन पर मुख्यमंत्री से बात की. उन्होंने कहा कि अब 28 नवंबर को होनेवाली कैबिनेट की बैठक में वह बालू पर ही बात करेंगे. इस दिन सरकार को कोई न कोई फैसला लेना होगा. झारखंड में पूर्व की तरह बालू आपूर्ति सुनिश्चित कराने की बात मंत्री ने कही. उन्होंने कहा कि खान सचिव और वन सचिव के आने के बाद एसोसिएशन के साथ वह वार्ता करायेंगे. एसोसिएशन द्वारा कहा गया कि अगर कैबिनेट में सरकार कोई निर्णय नहीं लेती है तो एसोसिएशन उग्र आंदोलन करेगा. मंत्री के साथ वार्ता करने गये प्रतिनिधिमंडल में एसोसिएशन के संरक्षक उदय शंकर ओझा, दिलीप साहू, मोइन अख्तर, राजेश रंजन, रूपेश महतो, पिंकू खान, मो. आसिफ, मुश्ताक अहमद शामिल थे.
मंत्री को सौंपा मांग पत्र
एसोसिएशन द्वारा मंत्री को एक मांग पत्र भी सौंपा गया, जिसमें पूर्व की भांति बालू आपूर्ति सुनिश्चित कराने, वैकल्पिक व्यवस्था करने, बालू की सरकारी दर निर्धारित करने, चालान की व्यवस्था करने, बालू जनता के लिए बंद है तो सरकारी कामों के लिए भी बंद हो, माइनिंग अधिकारी एवं थाना प्रभारी द्वारा अवैध वसूली बंद हो, दूसरे राज्यों में झारखंड से बालू की आपूर्ति बंद करायी जाये, जब्त गाड़ियों को अविलंब रिहा किया जाये.