रांचीः आलू और प्याज की बढ़ी कीमतों पर सरकार अंकुश लगाने में असफल रही है. राजधानी में आलू-प्याज के स्टॉकिस्टों और जमाखोरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं किये जाने से आम लोग 20-22 रुपये किलो आलू और 45 रुपये किलो प्याज खरीदने को मजबूर हैं. राजधानी की थोक मंडी में अब भी आलू 13 रुपये किलो बिक रहा है, जबकि प्याज 31 से 33 रुपये किलो बिक रहा है. जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों का मानना है कि आलू-प्याज की कीमतें पहले से कम हो गयी हैं.
कई जगहों से आ रहा आलू
रांची की मंडियों में नगड़ी के नरकोपी, इटकी, रामगढ़, हजारीबाग, खूंटी और आसपास के इलाकों से नया आलू आ रहा है. राजधानी में दो सौ से अधिक आलू-प्याज विक्रेता हैं. अधिकतर मंडियों के फुटकर विक्रेता अपने घर और बाजार के आसपास किराये के कमरे में आलू-प्याज का स्टॉक करते हैं.
जमाखोरों पर कार्रवाई करने का है प्रावधान
सरकार के कृषि और खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामलों के विभाग के निर्देश पर जिला प्रशासन को जमाखोरों के खिलाफ छापामारी करने का प्रावधान है, पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. खुदरा दुकानदार बड़े आराम से अधिक कीमत वसूल रहे हैं. ज्ञात हो कि दो वर्ष पहले आलू-प्याज की बढ़ी दर कम करने के लिए एसडीओ के नेतृत्व में कई स्टॉकिस्टों के खिलाफ लगातार छापामारी अभियान चलाया गया था. कार्रवाई की गयी थी. इससे आलू-प्याज की कीमतों में भारी कमी आयी थी.
अब तक सरकार की ओर से कार्रवाई करने का आदेश नहीं मिला है. आदेश मिलने पर कार्रवाई की जायेगी.
विनय कुमार चौबे
उपायुक्त, रांची