रांची: स्थापना दिवस के अवसर पर राज्य सरकार इस बार भूमिहीनों के बीच भूमि का पट्टा वितरण करेगी. इसकी तैयारी सभी जिलों ने आरंभ कर दी है. रांची में सांकेतिक रूप से 500 से अधिक वैसे भूमिहीन जो गैर मजरुवा भूमि में अपना अस्थायी निवासी बना कर रह रहे हैं, उन्हें उसी स्थान का पट्टा दे दिया जायेगा. इसमें एसटी को प्राथमिकता दी गयी है.
इसके अलावा राज्य सरकार वैसे बीपीएल रिक्शा चालक जो भाड़े में लेकर रिक्शा चला रहे हैं, उन्हें मुफ्त रिक्शा वितरित करेगी. केवल 10 फीसदी राशि रिक्शा चालकों को वहन करनी होगी. रांची में सांकेतिक रूप से 251 रिक्शा चालकों को स्थापना दिवस के दिन रिक्शा वितरित किया जायेगा. इसके बाद स्थापना दिवस पखवाड़ा के दौरान जिलों में संबंधित मंत्री इसी योजना को अंजाम देंगे. स्थापना दिवस की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जिला प्रशासन से लेकर राज्य सरकार जुट गयी है. मुख्यमंत्री लगातार विभागीय अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर बात कर रहे हैं.
होगा उलिहातू और भोगनाडीह का कायाकल्प
बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू गांव को आदर्श ग्राम बनाने की घोषणा की गयी है. तीन महीने में आदर्श ग्राम बनाने की योजना है. 15 नवंबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश इसकी आधार शिला रखेंगे. इस योजना के तहत सभी कच्चे मकानों को पक्का किया जायेगा. सभी घरों में सौर ऊर्जा से बिजली दी जायेगी. प्रत्येक वयस्क का बैंक में खाता होगा. सरकार पासबुक में 500 रुपये जमा करके खाता खोलेगी. यही योजना सिदो-कान्हू के गांव भोगनाडीह के लिए भी है जहां 30 नवंबर को मुख्यमंत्री शिलान्यास करेंगे.
बीडीओ लगायेंगे जनता दरबार
15 नवंबर को 259 प्रखंड में बीडीओ जनता दरबार लगायेंगे और सरकार की योजनाओं और उद्देश्यों की जानकारी देंगे. बीडीओ के जनता दरबार में मुख्यमंत्री व मंत्रियों द्वारा रिकॉर्डेड संदेश सीडी के माध्यम से दिखाया जायेगा. साथ ही प्रखंड में चलनेवाली योजनाओं की विस्तृत जानकारी देते हुए पुस्तिका का वितरण किया जायेगा.
अधिकारियों ने जायजा लिया
उपायुक्त विनय कुमार चौबे समेत सारे अधिकारियों ने बुधवार को मोरहाबादी में चल रही स्थापना दिवस समारोह की तैयारियों का जायजा लिया. सारे प्रखंडों के कस्तूरबा गांधी विद्यालय की छात्राओं द्वारा मोरहाबादी स्थित बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में रिहर्सल की गयी. समारोह में विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं की भी भागीदारी रहेगी.