रांची: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित झारखंड रैली को लेकर झारखंड प्रदेश भारतीय जनता पार्टी सशंकित है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कहा कि रैली को लेकर संशय और आशंका बनी हुई है.
जिस तरह बिहार के पटना में 27 को आयोजित रैली में सीरियल विस्फोट हुए और उसके तार झारखंड से जुड़े पाये गये. यह चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि झारखंड अंतरराष्ट्रीय आतंकियों का कार्य क्षेत्र और षडयंत्र की जगह बन गया है. पटना की घटना को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी आशंका थी. बिहार और झारखंड सरकार की नाकामी और उदासीनता की वजह से राष्ट्र विरोधी आतंक की घटना घटी.
श्री राय ने कहा कि झारखंड की राजधानी रांची, हजारीबाग, जमशेदपुर, धनबाद में आतंकवादी और राष्ट्र विरोधी गतिविधियां बढ़ी हैं. राज्य सरकार केंद्र के साथ मिल कर ऐसी गतिविधियों को समाप्त करने का अभियान चलाये. उन्होंने कहा कि इंडियन मुजाहिद्दीन के मंजर इमाम और यासीन भटकल के सूत्र झारखंड से जुड़े हैं. आतंकियों ने झारखंड को हब बना रखा है.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उग्रवादियों के नाम पर अपराधियों ने खूंटी, गुमला, सिमडेगा में तांडव कायम कर रखा है. खूंटी में हत्या की घटनाओं से प्रभावित ऐसे 35 परिवार हैं, जिन्हें सरकारी मुआवजा नहीं मिला है. खूंटी में अपराधी बेलगाम हो गये हैं. इस तरह की घटना निंदनीय है. सरकार को ऐसे परिवारों को 10 लाख का मुआवजा और आश्रितों को नियोजित करना चाहिए. उन्होंने तीनों जिलों पर सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग की.
मंत्री किसके प्रति जिम्मेवार, बताया जाये
प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रवींद्र राय ने हेमंत सोरेन सरकार के मंत्रियों की समीक्षा उनकी संबंधित पार्टियों द्वारा किये जाने पर चिंता जतायी है. उन्होंने कहा है कि मंत्रिमंडल का मुखिया मुख्यमंत्री होता है. ऐसे में कांग्रेस और राजद कोटे के मंत्रियों की समीक्षा उनकी पार्टी द्वारा किया जाना हास्यास्पद है. उन्होंने कहा कि मंत्री, मुख्यमंत्री के प्रति जिम्मेवार होते हैं. मुख्यमंत्री को अपने मंत्रिपरिषद पर नजर रखने की जरूरत है. मुख्यमंत्री को ही अपने मंत्रियों के प्रदर्शन का आकलन भी करना चाहिए.