सारंडा : सारंडा के दर्जनों ऐसे गांव हैं जो मुख्य सड़क व शहर से कटे हुए हैं. ऐसे गांव के ग्रामीण जान जोखिम में डाल कर हमेशा नदी व नाला पार करते है. बारिश के समय इन गांव की स्थिति टापू जैसी होती है.
ऐसे गांवों में जोजोगुटू, राजबेड़ा, बहदा, चेरवालोर, धर्नादिरी, कादोडीह, कुलातुपु, नुरदा, चालीस, टोंटोगड़ा, झाड़बेड़ा, बालेहातु, टोपकोय, कलैता, जुंबईबुरू आदि शामिल है. कलैता गांव में अपने सामान्य कामकाज लिए भी ग्रामीण पेड़ की डाली सहारे नाला पार करने को मजबूर है.