आनंद ज्वेलर्स में चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद चोरों ने वैसे सभी सबूतों को मिटाने की कोशिश की, जिससे की पुलिस को उनकी सुराग मिल सकती थी. चोर काफी शातिर दिमाग के थे. चोरी के दौरान सीसीटीवी कैमरा, डीवीआर (फुटेज रिकार्डर) को निष्क्रिय कर दिया गया. वहीं दुकान में लगे अलार्म को भी निष्क्रिय किया गया. इससे साफ जाहिर होता है कि अपराधी कुशल इलेक्ट्रीशियन भी थे. चोरों को दुकान के कोने-कोने की जानकारी थी. हालांकि पुलिस पड़ताल में जुट चुकी है.
रांची: आनंद ज्वेलर्स में चोर पीछे के निर्माणाधीन मकान से चढ़ कर घुसे. चोरों ने सबसे पहले छत की सिलिंग पर लगे रॉड को कटर से काटा. उसके बाद पहले एक गेट को नीचे से काटा. घुसने के लायक जगह बनाने के बाद सभी अंदर गये. उसके बाद चैनल गेट, फिर दो दरवाजे को काटा और अंदर प्रवेश कर गये. अनुमान लगाया जा रहा है कि चोर प्रतिष्ठान के दूसरे तल्ले से पहले तल्ले पर पहुंचे. उसके बाद ग्राउंड फ्लोर में पहुंचे, फिर सामान को समेटना शुरू किया. सोने-चांदी व हीरे के जेवरात समेटने के बाद चोरों ने सीसीटीवी कैमरे के उपकरणों को अपने कब्जे में ले लिया.
आठ से 10 करोड़ की चोरी
दुकान के संचालक सुशील गुप्ता के अनुसार उनके प्रतिष्ठान से आठ करोड़ के गहनों की चोरी का अनुमान है, लेकिन सामान मिलाने के बाद ही कितने की चोरी हुई है, इसकी सही जानकारी मिल पायेगी. हालांकि देर रात तक सामान का मिलान जारी था. संचालक के अनुसार चोरी कितने की हुई है, इसकी जानकारी बुधवार को ही मिल पायेगी.
डीवीआर को भी नहीं छोड़ा चोरों ने
चोरों को पता था कि दुकान में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है. उन्हें पहले से जानकारी थी फुटेज में उनकी तसवीर रिकॉर्ड हो सकती है. पुलिस को किसी तरह का सुराग नहीं मिले, इसे देखते हुए सीसीटीवी के डीवीआर को उन्होंने कब्जे में ले लिया. वहीं दुकान के सभी सीसीटीवी कैमरे को भी निकाल लिया.
हर गतिविधि की जानकारी थी
बताया जाता है कि प्रतिष्ठान में इंटरनेट के माध्यम से अलर्ट अलार्म डिवाइस लगा हुआ था. दुकान में किसी भी तरह की हरकत होते ही संचालक सहित 10 लोगों के मोबाइल में अलार्म बज जाती, लेकिन चोर शातिर थे. उन्होंने उस डिवाइस को ही निकाल लिया और अपने साथ ले गये. पुलिस ने भी आशंका जतायी है कि जिसने भी चोरी की है, इसे संचालक के हर गतिविधि की जानकारी थी.
एफएसएल की टीम पहुंची
चोरी की खबर मिलने के बाद एसएसपी के अनुरोध पर पुलिस मुख्यालय ने एफएसएल की टीम भेजी. टीम ने काफी देर तक दुकान की जांच की. इस दौरान फिंगर प्रिंट, घटनास्थल पर बिखरे कटर ब्लेड, गहनों के डब्बे आदि की जांच की गयी. पुलिस पूरे मामले में गंभीरता बरत रही है.
लाउस्पीकर से दब गयी आवाज
दुर्गा पूजा को लेकर आनंद ज्वेलर्स रविवार और सोमवार को बंद था. प्रतिष्ठान के कुछ ही दूरी पर मल्लाह टोली का पूजा पंडाल था. शनिवार की रात से सोमवार की रात तक लगातार लाउडस्पीकर बज रहे थे. लोग दुर्गा पूजा में व्यस्त थे. यही कारण है कि दुकान की सुरक्षा में तैनात गार्ड को लोहे की ग्रील व गेट काटने की आवाज नहीं सुनायी पड़ी.
व्यवसायियों ने की निंदा
दुकान में चोरी की सूचना मिलने पर संचालक सुशील गुप्ता के पिता आनंद स्वरूप गुप्ता, चैंबर के लॉ एंड ऑर्डर कमेटी के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण लोहिया तथा सोना चांदी व्यवसायी संघ के कई सदस्य आनंद ज्वलर्स पहुंचे और घटना की जानकारी ली. इधर, चेंबर महासचिव पवन शर्मा ने घटना की निंदा की है और एसएसपी से अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की है.