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लालू से मिले पप्पू यादव

रांची: बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद से मिलने वालों की भीड़ गुरुवार को भी लगी रही. सुबह से शाम तक लोगों का आना-जाना लगा रहा. लालू प्रसाद से मिलने पूर्व सांसद पप्पू यादव भी पहुंचे थे. वह दिन के करीब 3.15 बजे जेल के अंदर गये. मुलाकात करने के बाद […]

रांची: बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद से मिलने वालों की भीड़ गुरुवार को भी लगी रही. सुबह से शाम तक लोगों का आना-जाना लगा रहा. लालू प्रसाद से मिलने पूर्व सांसद पप्पू यादव भी पहुंचे थे. वह दिन के करीब 3.15 बजे जेल के अंदर गये. मुलाकात करने के बाद शाम लगभग 4.25 बजे वह निकले. बाहर निकलने के बाद पप्पू यादव ने कहा: लालू प्रसाद गरीब और पिछड़े वर्ग के नेता हैं. उन्हें एस साजिश के तहत फंसाया गया है. उन्हें जेल भेजवाने में पूंजीपतियों की भूमिका है.

बिहार में भी वर्तमान सरकार पूंजीपतियों के लिए ही काम कर रही है. पप्पू यादव ने कहा कि करोड़ों रुपये के घोटाले के आरोपी सरकारी अफसरों के खिलाफ जांच नहीं होती है. उनके खिलाफ भी जांच होनी चाहिए. जेल जाने से लालू प्रसाद के कैरियर पर कोई असर नहीं पड़ेगा. वह पहले से मजबूत होकर जेल से बाहर निकलेंगे.

पप्पू यादव ने कहा: वर्तमान में वह लालू प्रसाद की पार्टी में नहीं हैं, लेकिन लालू प्रसाद और उनका लक्ष्य एक है. हालांकि लालू प्रसाद से मिलने पहुंचे पप्पू यादव के पूर्व निजी सचिव एस प्रसाद को जेल गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया. इस कारण वह नाराज होकर चले गये.

मुलाकात करनी है, तो भोला यादव से बात करें
रांची: बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में इन दिनों जेल मैन्युअल का पालन नहीं हो रहा है. जेल अधीक्षक, जेलर और जेल में तैनात सुरक्षाकर्मी उनके पीएस भोला यादव के निर्देश पर ही काम करते हैं. लालू प्रसाद से कौन मुलाकात करेगा, किसकी गाड़ी गेट के अंदर जायेगी, यह भोला यादव ही तय करते हैं. जेल में लालू प्रसाद से मिलने पहुंचनेवाले या मिल कर बाहर निकलनेवालों का तो यही कहना है.

मुलाकातियों की मानें, तो भोला यादव एक मोबाइल लेकर लालू प्रसाद के पास बैठे रहते हैं. बड़े नेता जब भी लालू प्रसाद से मिलने आते हैं, तो पहले भोला यादव को ही कॉल करते हैं. उसके बाद भोला यादव लालू प्रसाद को जानकारी देते हैं. उसके बाद मिलने या नहीं मिलने की बात फाइनल होती है. लालू प्रसाद से मिल कर निकलने वाले पूर्व सांसद रामजीवन सिंह ने भी उसकी पुष्टि की है. जेल में तैनात सुरक्षाकर्मी उपेंद्र सिंह व दूसरे सुरक्षाकर्मियों ने गुरुवार को लालू प्रसाद से मिलने पहुंचे एक समर्थक डॉ लाल नारायण यादव सहित अन्य से कहा कि जब तक भोला यादव का निर्देश नहीं मिलेगा, तब वे मिलने की इजाजत नहीं दे सकते हैं. यह सुनते ही डॉ लाल नारायण भड़क उठे. उन्होंने कहा भोला यादव कौन होते हैं लालू प्रसाद से मिलने की इजाजत देनेवाले. जेल अधीक्षक और जेलर कहां हैं. तब सुरक्षाकर्मियों ने कहा: सर आप भोला जी से फोन पर बात कर लें, हम पर गुस्सा क्यों हो रहे हैं. इसके बाद डॉ लाल नारायण वापस चले गये. इस संबंध में जेल अधीक्षक से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि सब कुछ जेल मैनुअल के तहत हो रहा है.

लालू समर्थकों पर नरमी, जगदीश समर्थकों पर सख्ती
रांची: बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में सजा काट रहे लालू प्रसाद से मिलनेवालों पर प्रशासन नरमी बरत रही है, जबकि सांसद जगदीश शर्मा से मिलने पहुंचे लोगों पर सख्ती बरती जा रही है. जेल गेट पर गुरुवार को कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला. जगदीश शर्मा के गांव से कुछ समर्थक उनसे मिलने पहुंचे थे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों उन्हें फटकार लगाते हुए भागने को कहा. सांसद से मिलने पहुंचे मुकेश शर्मा ने कहा सुरक्षाकर्मी उन्हें मिलने नहीं दे रहे हैं. बुधवार को भी उन्हें लौटा दिया गया. गुरुवार को आवेदन तक सुरक्षाकर्मियों ने नहीं लिया. सांसद से मिलने आये कई लोगों ने भी इस तरह की शिकायत की.

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