रांची: रांची जिले में इस वर्ष जन्मे 24 हजार 580 बच्चों में बेटियों की संख्या का उल्लेख नहीं होने से लक्ष्मी लाडली योजना का लाभ नहीं दिया जा सका है. रांची के उपायुक्त विनय कुमार चौबे ने समाहरणालय में स्वास्थ्य समाज कल्याण एवं पेयजल स्वच्छता विभाग की समीक्षा करते हुए इसके लिए अधिकारियों को फटकार लगायी. उपायुक्त ने सभी सीडीपीओ को निर्देश दिया कि वे प्रत्येक प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केद्रों से प्राप्त आंकड़े में से बालक-बालिकाओं को अलग-अलग प्रपत्र में अंकित करें, और उन्हें लक्ष्मी लाडली योजना का लाभ दिलायें. रांची सिविल सजर्न कार्यालय से उपलब्ध आंकड़े में यह त्रुटि आंगनबाड़ी केंद्रो एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के बीच तालमेल नहीं होने के कारण हुई है.
उपायुक्त ने कहा कि यदि इस योजना का लाभ नहीं दिया जा सका, तो उसके कारणों का भी उल्लेख किया जाये. उपायुक्त ने कहा कि प्रत्येक बच्चे तक आंगनबाड़ी केंद्रों की सहायिका, सेविका पहुंचे. उन्होंने अधिकारियों को कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों व प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण के दौरान मोबाइल या कैमरा से फोटो लेकर उसे जिले के वेबसाइट पर अपलोड करें, ताकि निरीक्षण की विश्वसनीयता पर संदेह न हो.
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि दिसंबर माह के प्रथम सप्ताह में लक्ष्मी लाडली योजना एवं कन्यादान योजना के लाभुकों को लाभान्वित किया जायेगा. आज की बैठक में उप विकास आयुक्त, सिविल सजर्न, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सभी सीडीपीओ व सभी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित थे.