पाकुड़: पाकुड़ में 24 बालू घाटों की बंदोबस्ती द मिल्स स्टोर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के प्रतीक पंद और मेरीडियन रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड के इम्तियाज मेरेडिया को मिली है. दोनों कंपनियां मुंबई की हैं. इन घाटों की बंदोबस्ती से सरकार को 80,75,370 रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुई. सहायक खनन पदाधिकारी विभूति प्रसाद ने बताया कि पूर्व में इन घाटों की बंदोबस्ती 48 लाख रुपये में हुई थी. इस साल करीब 32 लाख रुपये अधिक राजस्व मिले हैं.
स्थानीय लोगों को नहीं मिला एक भी घाट : समाहरणालय में डीसी फिदेलिस टोप्पो, अपर समाहर्ता श्रवण साय व सहायक खनन पदाधिकारी विभूति प्रसाद की उपस्थिति में 24 बालू घाटों की बंदोबस्ती की प्रक्रिया शुरू की गयी. इसमें कुल 212 डाककर्मियों ने हिस्सा लिया. पर जिले के किसी भी व्यक्ति को किसी घाट की बंदोबस्ती नहीं मिली. मुंबई से आयी दोनों कंपनियों ने सबसे अधिक बोली लगायी. सर्वाधिक बोली नारगी टोला बालू घाट की लगायी गयी.
इन घाटों की हुई बंदोबस्ती
बाबूपुर, लखीपुर, विशटुपुर, दुबराजपुर, पथरघट्टा, भीमपुर, घनश्यामपुर, गड़बाड़ी, सिंगपुर, कठशल्ला, नुराई, चापूतुरा, सिंगना, बाबुदाहा, नारगी टोला, जगदीशपुर, धोवरना, पथरचाली, रोलाग्राम, हरीशपुर, यादवपाड़ा, बासमती, बरमसिया व पचुवाड़ा बालू घाट
अचानक आये बसंत सोरेन, प्रक्रिया खत्म होते ही निकलेझामुमो नेता बसंत सोरेन सोमवार को अचानक पाकुड़ पहुंचे. वह परिसदन में रुके. समाहरणालय में बालू घाटों की बंदोबस्ती की प्रक्रिया खत्म होने के पांच मिनट बाद वह अपने काफिले के साथ दुमका की ओर निकल गये. नाम न छापने की शर्त पर कुछ डाककर्ताओं ने बताया कि घाटी की बंदोबस्ती में बसंत सोरेन ने हस्तक्षेप किया है. उन्हें परिसदन में बुला कर बोली नहीं लगाने को कहा. हालांकि पूछे जाने पर बसंत सोरेन ने बताया : मैं संगठन का काम और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने पाकुड़ आया हूं.