हटिया: अपने थाना क्षेत्र में शव मिलने के बाद भी पुलिस यूडी केस या सनहा दर्ज नहीं करती है. मामला जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र से जुड़ा है. पुलिस ने 25 अगस्त को जयंत आनंद नामक युवक का शव ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कॉलेज के पास से बरामद किया. इस मामले में जयंत के पिता शुभकांत मल्लिक से जगन्नाथपुर पुलिस ने फर्द बयान लिया, लेकिन पुलिस ने थाना में सनहा या यूडी केस दर्ज नहीं किया.
दो अक्तूबर को यह मामला तब पकड़ में आया, जब मृतक के पिता का फर्द बयान बरियातू थाना से जगन्नाथपुर पहुंचा. तब जाकर पुलिस ने 37 दिन बाद जयंत आनंद की हत्या की प्राथमिकी दर्ज की. ज्ञात हो कि ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने जयंत का शव बरामद होने की सूचना पर पुलिस वहां पहुंची थी.
घटनास्थल पर पुलिस ने मृतक के पिता का बयान लिया था. शुभकांत मल्लिक ने हत्या का आरोप इंजीनियरिंग कॉलेज के अरुण तिवारी पर लगाया था. बाद में यही बयान उन्होंने रिम्स में बरियातू पुलिस को भी दिया. दो अक्तूबर को बरियातू पुलिस द्वारा लिया गया बयान जगन्नाथपुर थाना पहुंचा, जिसके बाद थाना प्रभारी रतन कुमार ने हत्या के सिलसिले में थाने के रजिस्टर में जांच की, लेकिन उन्हें कोई यूडी केस नहीं मिला. इसके बाद उन्होंने हत्या की प्राथमिकी दर्ज की. उन्होंने इस मामले को गंभीर बताया है.