जमशेदपुर: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य प्रदीप कुमार बालमुचू ने आज कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में ‘‘खारिज करने का अधिकार’’ विकल्प मुहैया कराने की बजाय लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए चुनाव प्रक्रिया में लोगों की अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए एक तंत्र विकसित किया […]
जमशेदपुर: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य प्रदीप कुमार बालमुचू ने आज कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में ‘‘खारिज करने का अधिकार’’ विकल्प मुहैया कराने की बजाय लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए चुनाव प्रक्रिया में लोगों की अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए एक तंत्र विकसित किया जाना चाहिए.
बालमुचू ने कहा कि मेरा निजी तौर पर मानना है कि हमें लोगों को अपना वोट ‘‘उपरोक्त में किसी को नहीं’’ देने का विकल्प मुहैया कराने की बजाय एक ऐसा तंत्र या प्रणाली विकसित करनी चाहिए जो कि चुनावी प्रक्रिया में अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करे.उन्होंने कहा कि ‘‘उपरोक्त में किसी को नहीं’’ विकल्प विशेष रुप से हमारे लोकतंत्र को कमजोर करेगा जहां मतदान के दौरान मुश्किल से 50 से 60 प्रतिशत लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए जाते हैं.उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि चुनाव प्रक्रिया में अधिकतम हिस्सेदारी सुनिश्चित कर सकें तो हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था मजबूत बनकर उभरेगी.’’