रांची: झारखंड प्रदेश ऑटो चालक महासंघ के आह्वान पर 20 सितंबर से डीजल ऑटो की चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल सोमवार को उपायुक्त विनय चौबे व सांसद सुबोधकांत सहाय के आश्वासन के बाद समाप्त हो गयी.
छह सूत्री मांगों के समर्थन में राजभवन के समक्ष महासंघ के अध्यक्ष दिनेश सोनी और कार्यकारी अध्यक्ष अभिमन्यु कुमार द्वारा आमरण अनशन किया जा रहा था. उपायुक्त व सांसद ने दोनों पदाधिकारियों को सोमवार दिन के तीन बजे जूस पिला कर अनशन तुड़वाया. दिनेश सोनी ने कहा कि यह ऑटो चालकों की जीत हुई है. मंगलवार से सभी मार्गो पर डीजल ऑटो सुचारू रूप से चलेंगे.
दोनों चालकों को जेल : शनिवार को बिरसा चौक पर हुई तोड़फोड़ मामले में जगन्नाथपुर पुलिस ने चालक रूपलाल साहू व लुरक साहू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इधर, रूपलाल साहू की पत्नी और बच्चों ने सांसद सुबोधकांत से उन्हें रिहा कराने की मांग की. दिनेश सोनी ने कहा कि दोनों चालकों की जमानत महासंघ करायेगा. वहीं, झारखंड प्रदेश ऑटो चालक महासंघ (लंकेश गुट) के पदाधिकारियों ने हर मार्ग पर जाकर ऑटो का परिचालन कराया. सदस्यों ने कहा कि दिनेश सोनी ने बेतुकी मांग कर चालकों को परेशान किया.
परमिट निर्गत करने समेत कई मांगों पर मिला आश्वासन
वार्ता में उपायुक्त ने उनकी मांगों की पूर्ति का आश्वासन दिया.इसके तहत नियमानुसार परमिट निर्गत करने की अनुशंसा, सुबह छह से नौ बजे और शाम छह से सात बजे चेकिंग अभियान नहीं चलाने, नगर निगम द्वारा एक स्थान पर पड़ाव शुल्क वसूलने, परमिटवाले ऑटो चालकों द्वारा एक रंग का ड्रेस पहनने व ऑटो पर चिह्न्ति रंग का स्ट्रीप पेंट कराने, स्टेशन से बंद पड़ी प्रीपेड सेवा शीघ्र शुरू कराने, ट्रैफिक नियम का पालन करते हुए ऑटो का परिचालन कराने आदि पर निर्णय लिये गये. प्रतिनिधिमंडल में ऑटो चालक महासंघ के सरंक्षक बबलू टाइगर, उप सरंक्षक जेपी सिंह निराला, सचिव कमलाकांत झा व अन्य पदाधिकारी शामिल थे.