रांचीः पशुपालन और आपदा प्रबंधन मंत्री मन्नान मल्लिक ने अतिरिक्त सुरक्षा वापस कर दी है. उन्होंने काफिले में चलनेवाली स्कॉट गाड़ी को भी वापस भेज दिया है. पूछे जाने पर उन्होंने कहा : जनप्रतिनिधियों को अतिरिक्त सुरक्षा लेने का कोई मतलब नहीं है. जब कॉमन मैन बिना सुरक्षा में चल सकते हैं, तो उनके लिए काम करनेवाले जनप्रतिनिधि को सुरक्षा क्यों मिले. ऐसे भी अतिरिक्त सुरक्षा के तामझाम से घुटन होती थी.
हम पब्लिक से जुड़े हैं. सुरक्षा के कारण मिलने-जुलने में परेशानी हो, तो फिर इसकी कोई जरूरत नहीं है. सुरक्षा के नाम पर आम लोगों से दूर किया जाता है. स्कॉट का कोई मतलब नहीं : पूछे जाने पर उन्होंने कहा : स्कॉट का कोई मतलब नहीं है. ऐसा भागता है कि जैसे कहीं जलजला आ गया हो. आम आदमी को सड़क पर जो परेशानी है, उसे जनप्रतिनिधियों को भी महसूस करना चाहिए. जब दूसरे इसे ङोल सकते हैं, तो मंत्री क्यों नहीं. उन्होंने कहा : विधायक बनने के बाद भी सुरक्षा लेना नहीं चाह रहा था. लेकिन धनबाद प्रशासन की ओर से कहा गया कि अब उनकी मजबूरी है कि मुङो सुरक्षा दी जाये. मंत्री ने कहा कि वह आने-जाने के क्रम में स्थानीय प्रशासन से भी आग्रह करेंगे कि बेवजह थाने की गाड़ी न भेजें. स्थानीय प्रशासन को इसका ख्याल रखना चाहिए.
खजाने पर बोझ सही नहीं
मन्नान मलिक ने कहा : बेवजह खजाने पर बोझ देना सही नहीं है. मंत्री के लिए ऐसी व्यवस्था करने में सरकार के खजाने से करोड़ों लगता है. यह पैसा आम आदमी का है. हमें जो जवाबदेही मिली है, उसे पूरा करना लक्ष्य होना चाहिए.
मंत्री ने स्कॉट गाड़ी लौटायी
-कहा, अतिरिक्त सुरक्षा के तामझाम से घुटन होती थी
एक गाड़ी पर चलेंगे
‘‘विभागीय अफसरों को निर्देश दिया है कि मेरे लिए अतिरिक्त गाड़ी की व्यवस्था न की जाये. मुङो काफिले में चलना पसंद नहीं. एक गाड़ी में चलेंगे. जितने कम सुरक्षाकर्मी हों, वही बेहतर है.
मन्नान मल्लिक, पशुपालन व आपदा प्रबंधन मंत्री