-कांग्रेस आलाकमान ने कहा-
-मार्च मे अध्यक्ष बने थे दिल्ली पहुंची थी शिकायत
रांचीः कांग्रेस ने पार्टी नेता मणिशंकर से राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद (प्रदूषण बोर्ड) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने को कहा है. जानकारी के अनुसार, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने पार्टी के आला नेताओं के निर्देश पर उनसे इस्तीफा मांगा है. सूचना है कि प्रदूषण बोर्ड के अध्यक्ष के खिलाफ कई व्यापारिक संगठन व कंपनियों ने शिकायत की थी. बोर्ड के कामकाज पर सवाल उठाये थे. शिकायत दिल्ली के नेताओं को भी मिली थी. इसके बाद कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी बीके हरि प्रसाद ने मणिशंकर से इस्तीफा लेने का निर्देश दिया है. प्रदेश के एक बड़े कांग्रेसी नेता ने इसकी पुष्टि की है.
निर्दलीयों ने किया दावा : सूचना यह भी है कि हेमंत सोरेन सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायकों ने प्रदूषण बोर्ड पर दावा किया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को गंठबंधन के दलों और निर्दलीय विधायकों के साथ बैठक की थी. इसमें कुछ निर्दलीय विधायकों ने प्रदूषण बोर्ड दिये जाने की मांग की थी. इस पर सहयोगी दलों ने कांग्रेस से प्रदूषण बोर्ड छोड़ने का आग्रह किया था. निर्दलीय विधायक को प्रदूषण बोर्ड की जिम्मेवारी दी जा सकती है.
मणिशंकर से सीधी बातचीत
मुझे कोई सूचना नहीं, प्रदेश के नेताओं के बोलने से नहीं हटेंगे
-आपको पार्टी ने प्रदूषण बोर्ड छोड़ने को कहा है ?
अभी तक हमें कोई सूचना नहीं मिली है. मैं देवघर में हूं. लौट रहा हूं.
-प्रदेश अध्यक्ष ने इस्तीफा देने से संबंधित पत्र नहीं भिजवाया है?
नहीं, ऐसा कोई पत्र मुङो नहीं मिला है. ऐसे भी यह मामला प्रदेश स्तरीय नेताओं का नहीं है. मैंने आलाकमान के निर्देश पर जिम्मेवारी संभाली थी. पार्टी के अंदर लेबल के नेता बात करेंगे. कोई प्रदेश स्तरीय नेता के बोलने से नहीं होगा.
-बिना आलाकमान के निर्देश पर अध्यक्ष ने इस्तीफा नहीं मांगा होगा?
प्रभारी या दूसरे नेता ने मुझसे कुछ नहीं कहा.
-बोर्ड पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने की बात सामने आयी है. इसमें क्या सच है?
बेवजह की बात है. कुछ विधायक प्रदूषण बोर्ड चाहते हैं. निर्दलीय और कांग्रेस के विधायक यह बोर्ड मांग रहे हैं. मैंने पिछले महीने में जो काम किया, जिस ऊंचाई पर प्रदूषण बोर्ड को ले गया, उसका परिणाम है कि सबको यही चाहिए. इससे पहले इस महत्वपूर्ण बोर्ड को कोई पूछनेवाला नहीं था. बोर्ड की जो नियमावली है, उसके तहत कोई विधायक इसका अध्यक्ष नहीं बन सकता है. प्रदूषण बोर्ड के अध्यक्ष के लिए पर्यावरण के क्षेत्र की डिग्री या फिर अनुभव होना चाहिए. नियमावली ऐसी है कि विधायक चाह कर भी नहीं बन पायेंगे.