खूंटी: विकास कार्यो को धरातल पर उतारना सरकार की प्राथमिकता है. विकास पहले शहर से गांव की ओर होता था, लेकिन अब अपनी सरकार में विकास गांव से शहर की ओर पहुंचेगा. अधिकारी जनता के हिमायती बने. कुरसी पर बैठ कर काम करने की जगह गांवों में माह में एक बार जन अदालत लगायें. ऑन स्पॉट ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करें, तभी विकास का लक्ष्य पूरा हो सकता है.
ये बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को खूंटी के कचहरी मैदान में कही. वे खूंटी जिले की छठी वर्षगांठ (स्थापना दिवस) पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि राज्य के विकास के लिए शुरू में छह हजार करोड़ रुपये खर्च करने की योजना थी, जिसे बढ़ा कर 17 हजार करोड़ कर दिया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि खूंटी जिले में उग्रवाद व हिंसक वारदातों से सरकार चिंतित है. मुख्य धारा से भटके लोगों से अपील है कि वे हिंसा से दूर हो. हिंसा किसी भी कारण का समाधान नहीं है. ऐसे संगठन जब भी चाहे, सरकार से वार्ता करे. उनका स्वागत है. रही बात उनकी समस्या का, वे समस्या बताये, मैं खुद उनके क्षेत्र में जाकर समस्या को तत्काल दूर करूंगा. श्री सोरेन ने कहा कि पुलिस को भी अपनी कार्यशैली में सुधार लाने की जरूरत है.
पुलिस कार्रवाई करे, पर कोई निदरेष जनता प्रताड़ित न हो. इस दिशा में खास ध्यान रखें. हेमंत सोरेने कहा कि जो भी खिलाड़ी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विजयी होंगे, सरकार उन्हें तत्काल नौकरी देगी. खेल के क्षेत्र में भी खूंटी जिले के खिलाड़ियों ने पहचान बनायी है. इसे देखते हुए सरकार ने स्टेडियम निर्माण तोहफे के रूप में दिया है. जिस गांव में स्कूल नहीं है वहां सरकार जल्द स्कूल खोलेगी. सरकार शहीदों के परिजनों को नौकरी के अलावा 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को जल्द नि:शुल्क अनाज मुहैया करायेगी. इससे पूर्व मुख्यमंत्री के यहां पहुंचने पर पारंपरिक नृत्य के बीच उनका स्वागत किया गया. समारोह से पूर्व हेमंत सोरेन ने लगाये गये स्टॉलों का निरीक्षण किया. संचालन सरोज झा एवं पवन सिंह ने किया.
150 करोड़ की परिसंपत्ति बंटी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को खूंटी जिले के स्थापना दिवस समारोह के दौरान 17 योजनाओं (लागत 94 करोड़ रुपये) का शिलान्यास और 185 योजनाओं ( लागत 44 करोड़ रुपये) का ऑन लाइन उदघाटन किया. साथ ही मुख्यमंत्री कन्या दान योजना के तहत 111, केसीसी के 299 व मुख्यमंत्री लाडली योजना के 160 लाभुकों के बीच राशि का वितरण किया. समारोह में मुख्यमंत्री ने सदर अस्पताल में नवनियुक्त एएनएम के बीच नियुक्त पत्र भी बांटा. इसके अलावा प्रशिक्षण के लिए 250 युवकों को विभिन्न संस्थानों में भेजा गया.