रांची: पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि देश में लोकतंत्र की बुनियाद हिलती हुई दिखायी दे रही है. यह संकट के लक्षण हैं. भारतीय अर्थव्यवस्था में जर, जोरू और जमीन का महत्वपूर्ण स्थान है.
अर्थव्यवस्था की दयनीय स्थिति है. देश की सार्वभौमिकता को बरकरार रखने के लिए चिंता करने की आवश्यकता है. श्री मुंडा सोमवार को रांची में पत्रकारों से अनौपचारिक रूप से बात करते हुए कहा कि झारखंड में सरकार आम जनता के लिए नहीं बनी है. आगामी लोकसभा को ध्यान में रख कर बेमेल गंठबंधन किया गया है. झारखंड दावं पर लग गया है. यहां मोहरे को नहीं, शतरंज को ही दावं पर लगा दिया गया है. सरकार वैशाखी के सहारे खड़ी है.
देश की आंतरिक सुरक्षा और अर्थव्यवस्था खतरे में है. इससे मुक्ति दिलाने के लिए भाजपा संघर्ष करेगी. श्री मुंडा ने कहा कि झारखंड सरकार को काम करने के लिए पार्टी ने तीन माह का समय दिया है. इसके बाद सरकार के काम काज का आकलन कर जनता के बीच रखा जायेगा.