।।फिर बोली शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव।।
रांचीः शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव ने एक बार फिर कहा है कि स्थानीयता की नीति बनने के बाद ही शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होगी. इससे पहले भी उन्होंने कहा था कि जो झारखंडी नहीं है, उसे शिक्षक की नौकरी नहीं मिलेगी, पर बाद में पलट गयी थी. रविवार को उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा : बिना स्थानीय नीति बने शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होगी. मंत्री के इस बयान के बाद शिक्षक नियुक्ति की तैयारी में जुटे युवकों को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है.
शिक्षक नियुक्ति स्थानीयता के पेच में फंसती दिख रही है, जबकि टेट का परिणाम निकलने के बाद इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. नीति बनाने की प्रक्रिया जल्द शुरू : शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव ने कहा : स्थानीय नीति कुछ भी हो, पर इसे बनाना चाहिए. यह पूछे जाने पर कि नीति कब तक बनेगी, उन्होंने कहा : जल्द ही इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. मंत्रिमंडल के विस्तार का काम पूरा हो गया है. स्थानीय नीति बनाने के मामले को समन्वय समिति के समक्ष रखा जायेगा. इस पर समन्वय समिति निर्णय लेगी. सर्वसम्मति से स्थानीय नीति बनायी जायेगी. इसके बाद ही शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी.
शिक्षा मंत्री ने कहा
समन्वय समिति में शीघ्र ले जाया जायेगा मामला
स्थानीय नीति कुछ भी हो, पर बने जरूर
पहले भी दिया था बयान (सात अगस्त)
शिक्षक पद पर सिर्फ झारखंडी की ही नियुक्ति होगी. कोई टेट की परीक्षा पास कर लेता है और वह झारखंडी नहीं है, तो उसे नौकरी नहीं मिलेगी.
बाद में पलट गयी थी (नौ अगस्त)
स्थानीय नीति बनाना या इस पर टिप्पणी मेरे अकेले की बात नहीं है. बहाली में राज्य के लोगों को कैसे प्राथमिकता मिले, मिल कर फैसला होगा.