रांची: झामुमो के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन ने कहा है कि आंदोलन के समय सच्चे दिल से लोग साथ जुड़ते थे. लोगों को भरोसा था कि एक न एक दिन झारखंड अलग राज्य बनेगा. लेकिन अब लोग स्वार्थ के लिए राज्य का इस्तेमाल करते हैं. झारखंड नया बना है. पटरी पर आने में समय लगेगा. जो आंदोलनकारी हैं, वह गलत कभी नहीं होने देंगे. बिहार से अलग होने के पीछे भी यही सोच था कि अलग राज्य बनने के बाद विकास होगा, पर विकास में समय लगता है. समय का तकाजा है कि अच्छा काम करें. नेता काम नहीं करेंगे, तो पब्लिक पीटेगी. श्री सोरेन मोरहाबादी स्थित अपने आवास पर प्रभात खबर से बातचीत कर रहे थे. श्री सोरेन ने गोरखालैंड और तेलंगाना को अलग राज्य बनाने की मांग का समर्थन किया.
मुझे समन्वय समिति में शामिल नहीं होना
गंठबंधन सरकार के लिए बनायी गयी समन्वय समिति में झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन नहीं शामिल होना चाहते. उन्होंने स्पष्ट कहा है : मुझे समन्वय समिति में नहीं रहना है. पार्टी की ओर से जल्द ही दो लोगों के नाम भेज दिये जायेंगे. शिबू ने हेमंत सोरेन सरकार के कामकाज को बेहतर बताया.
पुलिस वसूली पर ज्यादा ध्यान देती है
हेमंत सोरेन द्वारा पुलिस की कार्यप्रणाली पर नाराजगी के संदर्भ में श्री सोरेन ने कहा कि हेमंत ने ठीक ही कहा है. पुलिस के लोग वसूली पर ज्यादा ध्यान देते हैं. जमीन के धंधे में भी लगे रहते हैं. पुलिस ठीक हो जाय तो सब ठीक हो जायेगा.
वृहत झारखंड की मांग अब भी
शिबू ने कहा कि वृहत झारखंड की मांग झामुमो ने छोड़ा नहीं है. बंगाल, ओड़िशा में जो भी झारखंडी संस्कृति के हैं, वह तो रहेंगे ही. हालांकि, अब यह मुश्किल लगता है.
जनता जागरूक, तो अफसर भी ठीक
श्री सोरेन ने कहा कि यदि जानता जागरूक हो गयी तो अफसर स्वत: टाइट हो जायेंगे. जनता को अपने अधिकारों के लिए आगे आने होगा. ब्लॉक अफसर घर में आकर तो काम करेगा नहीं. काम के लिए तो जनता को ही आगे आना ही होगा. यहां तो आदमी चाहता है कि पैसा देकर किसी तरह काम करा लें. ऐसे में अफसर कैसे ठीक होंगे.हेमंत सोरेन के संदर्भ में शिबू ने कहा कि वह बेहतर काम कर रहे हैं. बचपन से उसे सिखाया है. अब वह सरकार चलाने में सक्षम है. वह गिव एंड टेक नहीं करते. झूठ भी नहीं बोलते. उनको गिव एंड टेक से दूर रहने की सलाह दी है.