रांची: रांची एक साल में रांची एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर के एयरपोर्ट के रूप में विकसित कर दिया जायेगा. अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा भी शुरू हो सकती है, पर इसके लिए घरेलू उड़ान की संख्या बढ़ानी होगी.
रांची में अभी घरेलू यात्रियों की फ्रिक्वेंसी कम है. रांची एयरपोर्ट का रन-वे अभी छोटा है. अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा के लिए रन-वे 10 हजार फीट होना चाहिए. अक्तूबर तक रांची एयरपोर्ट में एयरोब्रिज बन जायेगा. ये बातें केंद्रीय नागर विमानन सचिव केएन श्रीवास्तव ने कही. वह होटल बीएनआर में पत्रकारों से बात कर रहे थे. उनके साथ झारखंड के नागर विमानन सचिव सजल चक्रवर्ती व चेंबर अध्यक्ष रंजीत टिबड़ेवाल भी थे. श्री श्रीवास्तव ने कहा कि रांची एयरपोर्ट विस्तारीकरण के लिए राज्य सरकार ने आर्मी से भी बात की है. स्थानीय लोगों को भी उचित मुआवजा देकर भूमि का अधिग्रहण किया जायेगा. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने दिल्ली के लिए सुबह व शाम में विमान सेवा की मांग की है. इसके लिए वह प्रयास करेंगे.
सचिव ने कहा कि झारखंड के देवघर, जमशेदपुर, हजारीबाग, धनबाद और बोकारो एयरपोर्ट एक साल में विकसित हो जायेंगे. तब इन शहरों में छोटे विमानों से घरेलू सेवा शुरू की जा सकेगी. राज्य को विमान सेवा के मामले में बेहतर बनाने का प्रयास मंत्रलय कर रहा है. रांची में एयर कार्गो पर उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण के बाद ही यह संभव हो सकेगा. एयर एंबुलेंस सेवा देने के लिए जीवीके कंपनी से बात करने का उन्होंने आश्वासन दिया है.