रांची: सारठ से झामुमो विधायक शशांक शेखर भोक्ता गुरुवार को सर्वसम्मति से सदन में स्पीकर चुने गये. प्रोटेम स्पीकर साइमन मरांडी ने सत्ता पक्ष की ओर से श्री भोक्ता को स्पीकर बनाये जाने का प्रस्ताव रखा. श्री भोक्ता की ओर से चार अलग-अलग सेट में नामांकन पत्र दाखिल किया गया था.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह, राजद विधायक जनार्दन पासवान और झामुमो विधायक दीपक बिरुआ की ओर से प्रस्ताव आया. प्रस्ताव का समर्थन हेमलाल मुरमू, चंद्रशेखर दुबे, संजय प्रसाद यादव और अकील अख्तर ने किया. प्रोटेम स्पीकर ने सर्वसम्मति से श्री भोक्ता के स्पीकर चुने जाने की घोषणा की, जिसका सभी विधायकों ने करतल ध्वनि और मेजें थपथपा कर स्वागत किया. सदन के नेता व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और प्रतिपक्ष के नेता अजरुन मुंडा ने श्री भोक्ता को स्पीकर के आसन तक पहुंचाया.
कार्यभार ग्रहण करने के बाद स्पीकर ने अपने संबोधन में पक्ष–विपक्ष के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि सदन सरकार को जन्म देती है. सत्ता पक्ष सदन का अंग है, तो प्रतिपक्ष दर्पण. पक्ष–विपक्ष दोनों सदन की दो भुजायें हैं. इसमें प्रदेश की साढ़े तीन करोड़ जनता की शक्ति निहित है. सदन का संरक्षक होने के नाते वे पक्ष–विपक्ष दोनों की ताकत कम नहीं होने देंगे. इस शक्ति को राज्य के नव–निर्माण की दिशा में लगायेंगे.
स्पीकर ने कहा कि सदन का एक-एक पल जनता की गाढ़ी कमाई की पूंजी है. इसी पूंजी से राज्य की तकदीर और तसवीर बदलेंगे. वर्षो के अंधकार को दूर करने के लिए वर्षो तक दिया जलाने की जरूरत नहीं है. जो समय मिला है, उसी में काम कर के दिखाना है. स्पीकर ने कहा कि पूर्व अध्यक्ष सीपी सिंह ने इस सदन में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया. अध्यक्ष पद की निष्पक्षता को बरकरार रखा.