रांची : झारखंड में विपक्ष के नेता अर्जुन मुंडा ने कांग्रेस के दबाव और उसकी शर्तों पर सरकार बनाने के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन की कड़ी आलोचना की और आरोप लगाया है कि सत्ता पाने के लिए हेमंत ने समूचे राज्य को दांव पर लगा दिया है.पूर्व मुख्यमंत्री मुंडा ने आज आरोप लगाया, ‘‘झारखंड में सत्ता पाने के लिए सोरेन ने कांग्रेस से समझौता किया है कि आगामी लोकसभा चुनावों के लिए दस सीटों पर कांग्रेस और सिर्फ चार पर झारखंड मुक्ति मोर्चा चुनाव लड़ेगा. यह पूरे झामुमो को दांव पर लगाना नहीं है तो क्या है?’’
उन्होंने कहा कि अपनी नवगठित सरकार के लिए बहुमत जुटाने हेतु जिस प्रकार हेमंत सोरेन कांग्रेस, राजद और विशेषकर निर्दलीय और छोटे दलों के विधायकों के सामने घुटने टेक रहे हैं. वह यह बताने के लिए काफी है कि उन्होंने समस्त राज्य को सिर्फ सत्ता के लिए दांव पर लगा दिया है.मुंडा ने कहा कि यदि कांग्रेस में साफगोई थी तो इस वर्ष आठ जनवरी को उनके इस्तीफे के तत्काल बाद वह झामुमो का साथ देकर सरकार गठित कर सकती थी. लेकिन लगभग छह माह तक राज्य में सरकार का गठन न कर कांग्रेस ने राष्ट्रपति शासन के माध्यम से अपनी सरकार चलायी और फिर अपनी शर्तों पर झामुमो नेताओं के साथ गठबंधन सरकार का गठन किया है.
उन्होंने नई सरकार की स्थिरता पर भी सवालिया निशान लगाये और कहा कि यह सरकार एक विधायकों वाले चार छोटे दलों और तीन निर्दलीय विधायकों के भी समर्थन से गठित की गयी है जो तेरह जुलाई को सरकार के गठन के बाद से लगातार कई तरह की मांगें कर रहे हैं.मुंडा ने कल नई सरकार के विश्वास मत हासिल करने के दौरान अपनी भूमिका के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उनकी पार्टी भाजपा संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए दृढ़ है.