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हेमंत झारखंड के नौंवें मुख्यमंत्री बने, 18 को विश्वास मत

झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने राज्य के नौवें मुख्यमंत्री के रूप झारखंड की कमान संभाल ली है. झामुमो, कांग्रेस, राजद व निर्दलीयों के समर्थन से बनी गंठबंधन सरकार 18 जुलाई को विधानसभा में विश्वास मत हासिल करेगी. नयी सरकार ने पहली कैबिनेट में 100 दिन का टास्क तय किया. विपक्षी भाजपा, झाविमो,आजसू व वाम दलों […]

झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने राज्य के नौवें मुख्यमंत्री के रूप झारखंड की कमान संभाल ली है. झामुमो, कांग्रेस, राजद निर्दलीयों के समर्थन से बनी गंठबंधन सरकार 18 जुलाई को विधानसभा में विश्वास मत हासिल करेगी. नयी सरकार ने पहली कैबिनेट में 100 दिन का टास्क तय किया. विपक्षी भाजपा, झाविमो,आजसू वाम दलों के नेता शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहे.

रांचीः राजभवन के बिरसा मंडप में शनिवार सुबह 9.45 बजे राज्यपाल डॉ सैयद अहमद ने हेमंत सोरेन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी. उनके साथ कांग्रेस के राजेंद्र प्रसाद सिंह राजद की अन्नपूर्णा देवी ने मंत्री पद की शपथ ली. इससे पहले मुख्य सचिव आरएस शर्मा ने राष्ट्रपति शासन हटाने हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री और राजेंद्र सिंह अन्नपूर्णा देवी को मंत्री के रूप में नियुक्त किये जाने की घोषणा की.

शपथ ग्रहण के तुरंत बाद नवनियुक्त मुख्यमंत्री ने कैबिनेट की बैठक कर 18 जुलाई को विधानसभा का सत्र आहूत करने का प्रस्ताव राज्यपाल को भेज दिया. नयी सरकार उसी दिन विश्वासमत हासिल करेगी.

9.27 बजे शिबूरूपी के साथ पहुंचे हेमंत : राजभवन में सुबह नौ बजे से ही गहमागहमी शुरू हो गयी थी. राजभवन के अधिकारी और सरकार में शामिल घटक दलों के नेता पहुंचने लगे थे. सुबह 9.20 बजे तक झामुमो, कांग्रेस और राजद के विधायक नेता पहुंच गये थे. राजेंद्र सिंह और अन्नपूर्णा देवी भी पहुंच गये थे. सुबह 9.27 बजे हेमंत सोरेन अपने पिता शिबू सोरेन मां रूपी सोरेन के साथ पहुंचे. हेमंत की पत्नी कल्पना सोरेन भी परिजनों के साथ थीं.

राजेंद्र सिंह और अन्नपूर्णा देवी के परिजन भी बिरसा मंडप में मौजूद थे. कांग्रेस सांसद सुबोधकांत सहाय, प्रदीप बलमुचु, धीरज साहू, राजद के प्रभारी रामकृपाल यादव, प्रदेश अध्यक्ष गिरिनाथ सिंह सहित सत्ता पक्ष के दर्जनों विधायक समारोह में पहुंचे थे. मुख्य सचिव आरएस शर्मा, विकास आयुक्त एके सरकार कैबिनेट सचिव जेबी तुबिद, राज्यपाल के प्रधान सचिव एनएन सिन्हा समेत आला अधिकारी मौजूद थे.

दोनों सलाहकार पहुंचे, बधाई दी
राज्यपाल के सलाहकार मधुकर गुप्ता और आनंद शंकर भी शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे. दोनों सलाहकारों ने शपथ ग्रहण समारोह से पहले हेमंत सोरेन, राजेंद्र प्रसाद सिंह और अन्नपूर्णा देवी को बधाई दी. सलाहकार सभी विधायकों से एकएक कर मिले. शाम को मधुकर गुप्ता दिल्ली लौट गये.

कहीं खुशी, कहीं विरोध
शपथ ग्रहण समारोह के दिन झामुमो ने जहां अधिकार दिवस मनाया. वहीं विरोधी दलों भाजपा ने धिक्कार दिवस, झाविमो ने काला दिवस माले ने लोकतंत्र हरण दिवस मनाया.


सीतानलिन के मामले में कानून अपना काम करेगा : हेमंत

कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पत्रकारों से बात की. अपनी सरकार की प्राथमिकता बतायी. कहा : झामुमो विधायक सीता सोरेन नलिन सोरेन के मामले में कानून अपना काम करेगा. दोनों नेताओं का झामुमो विधायक होना कानून के आड़े नहीं आयेगा.

स्पीकर ने बनाया सस्पेंस, उलझन में सत्ता पक्ष
रांचीः विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह ने सरकार गठन के बाद अब तक इस्तीफा नहीं दिया है. स्पीकर के इस्तीफे को लेकर राजनीतिक गलियारे में सस्पेंस बना हुआ है.


सरकार
गठन के बाद निगाहें स्पीकर के फैसले पर टिकी है. स्पीकर ने भी अब तक कुछ साफ नहीं किया है. सत्ता पक्ष की सांसें अटकीं हुई हैं. आंकड़ा ऐसा है कि सत्ता पक्ष उलझन में हैं. स्पीकर को हटाने की प्रक्रिया सत्ता पक्ष के बस की बात नहीं है.


राजनीतिक
मर्यादा के अनुसार सरकार बदलते, स्पीकर के इस्तीफे की परंपरा है. सरकार बदल गयी, लेकिन स्पीकर को लेकर अबतक सब कुछ साफ नहीं हुआ है. संवैधानिक व्यवस्था में स्पीकर को पद से बरखास्त नहीं किया जा सकता है. राज्यपाल की भी कोई भूमिका नहीं रहती. ऐसे में विधानसभा से ही स्पीकर बदलने का रास्ता निकलता है. सीपी सिंह ने इस मामले में खुल कर कुछ नहीं बोल रहे हैं. सत्ता पक्ष के लोगों ने भी संपर्क साध कर टटोलने की कोशिश की है.

अर्जुन मुंडा बने रहेंगे विधायक दल के नेता
रांचीः भारतीय जनता पार्टी में फिलहाल विधायक दल के नेता का चुनाव नहीं होगा. अर्जुन मुंडा विधायक दल के नेता बने रहेंगे. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने श्री मुंडा का इस्तीफा अस्वीकार कर दिया है. इस आशय का पत्र प्रदेश कार्यालय को भेजा गया है. प्रदेश अध्यक्ष डॉ रवींद्र राय ने कहा कि विधायक दल का नेता का चयन करने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि इस्तीफा अस्वीकार करने के बाद से श्री मुंडा कई बार विधायकों की बैठक की अध्यक्षता कर चुके हैं.

गौरतलब
है कि अर्जुन मुंडा ने सरकार गिरने के बाद विधायक दल के नेता पद से इस्तीफा दे दिया था. अर्जुन मुंडा के इस्तीफा का एक पत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और दूसरा पत्र विधानसभा अध्यक्ष के पास भेजा गया था. विधानसभा अध्यक्ष ने श्री मुंडा का इस्तीफा मंजूर करते हुए विधानसभा सचिवालय को भेज दिया था. इस संबंध में पूछे जाने पर विधायक रामचंद्र बैठा ने कहा कि यह पार्टी का अंदरूनी मामला है. हालांकि पार्टी जनहित में विधायक दल का नेता चुनने का मौका विधायकों को मिलना चाहिए.


इस सरकार से कोई अपेक्षा नहीं : अर्जुन मुंडा
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि नयी सरकार से वे कोई अपेक्षा नहीं रखते. षडयंत्र के तहत सरकार का गठन किया गया है. यह तो समय ही बतायेगा कि किस उद्देश्य से सरकार बनायी गयी है. शनिवार को बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने यह बातें कही. श्री मुंडा ने कहा कि सरकार का गठन राज्य के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है. एक बार फिर झारखंड को दावं पर लगाया गया है. जिन परिस्थितियों में सरकार का गठन हुआ है उससे जनता ठगा सा महसूस कर रही है.


भाजपा
को सरकार से कोई उम्मीद नहीं है. पार्टी इसका विरोध करती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी यदि निष्पक्ष होती तो सरकार गिरने के बाद तुरंत सरकार बनाती. सरकार बनाने के लिए छह माह का समय नहीं लेती. कुछ दिन बाद सारी बातें स्पष्ट हो जायेगी. भाजपा एक सशक्त विपक्ष की भूमिका निभायेगी.

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