रांची: चालू वित्तीय वर्ष(2014-15) के प्रथम छमाही तक राज्य सरकार को बजट अनुमान के मुकाबले सिर्फ 25.76 प्रतिशत ही राजस्व मिल सका है. जबकि पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान इस अवधि में सरकार को अपने लक्ष्य के मुकाबले 31.73 प्रतिशत राजस्व मिला था. राजस्व की इस स्थिति के मद्देनजर चालू वित्तीय वर्ष में भी आर्थिक संकट की वजह से योजना आकार में कटौती करने का अनुमान लगाया जा रहा है.
राज्य सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष के दौरान विभिन्न स्रोतों से 50,387.70 करोड़ रुपये राजस्व की वसूली का अनुमान किया था. इसी के अनुरूप खर्च योजना और गैर योजना मद में खर्च का ब्योरा तैयार किया था. पर, सितंबर 2014 तक सरकार को अपने कुल लक्ष्य के मुकाबले सिर्फ 12,980.76 करोड़ रुपये का ही राजस्व मिल सका है. राजस्व के मामले में सबसे खराब स्थिति केंद्रीय सहायता व अनुदान की है.
सरकार ने इस वर्ष केंद्र से सहायता और अनुदान के रूप में 15,785.47 करोड़ रुपये मिलने का अनुमान किया था. पर, सितंबर 2014 तक सहायता व अनुदान मद में सिर्फ 2,396.84 करोड़ रुपये ही मिल पाये हैं. यह बजट अनुमान का सिर्फ 15.18 प्रतिशत है.
केंद्रीय सहायता व अनुदान का एक बड़ा हिस्सा योजना मद के लिए मिलता है. पहले छह माह में केंद्रीय सहायता व अनुदान के मद में मिली राशि के मद्देनजर इस वर्ष भी योजना आकार कम किये जाने की आशंका जतायी जा रही है. इससे पहले दो वित्तीय वर्षो में केंद्रीय सहायता व अनुदान कम मिलने की वजह से सरकार को अपना योजना आकार कम करना पड़ा था.
सरकार को कर राजस्व के रूप में 22691.29 करोड़ रुपये के लक्ष्य के मुकाबले 8721.56 करोड़ रुपये मिले हैं, जो लक्ष्य का 38.44 प्रतिशत है. सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष के दौरान विकास योजनाओं के लिए बाजार व अन्य वित्तीय संस्थाओं से 6890.00 करोड़ रुपये कर्ज लेने का लक्ष्य तय किया था. हालांकि सितंबर 2014 तक सरकार ने विकास योजनाओं के लिए 239.11 करोड़ रुपये ही कर्ज लिये हैं.