रांची: कृषि विभाग में अप्रैल से अक्तूबर माह तक विकास मद में मात्र दो करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. वहीं, इसी दौरान विभाग ने वेतन मद में 62 करोड़ रुपये खर्च किये हैं. कृषि विभाग का बजट 600 करोड़ रुपये का है.
विभाग ने 400 करोड़ रुपये का आवंटन दे दिया है. आवंटन हो जाने के बाद भी विभाग खर्च नहीं कर पा रहा है. किसान मेला, वर्कशॉप व पब्लिसिटी पर अब तक एक रुपया भी खर्च नहीं किया गया है. विभाग ने ट्रेजरी से 13 करोड़ रुपये की निकासी की है. इसमें 11 करोड़ रुपये बिरसा कृषि विश्वविद्यालय को ग्रांट के रूप में दिया गया है.
आवंटन के बाद भी भुगतान नहीं : विभाग से निदेशालय व अन्य कार्यालयों को करीब 400 करोड़ रुपये का आवंटन दिया जा चुका है. आवंटन मिलने के बाद भी विकास मद में खर्च होनेवाली राशि की निकासी नहीं की गयी है. कंपनियों को भुगतान नहीं किया जा रहा है. सबसे अधिक राशि की निकासी डोरंडा ट्रेजरी से हुई है. विभाग के हजारीबाग ट्रेजरी से कोई निकासी नहीं की गयी है. अप्रैल और जून माह में राज्य योजना का एक रुपया की भी निकासी नहीं हुई थी. मई माह में 61 लाख की निकासी हुई थी. जुलाई माह में पांच करोड़, अगस्त माह में पांच करोड़ तथा सितंबर में तीन करोड़ रुपये की निकासी की गयी है. अक्तूबर माह में 20 लाख रुपये की निकासी हुई है.