रांची: पेयजल व स्वच्छता विभाग में चतुर्थ श्रेणी (केजुएल स्टॉफ) के कर्मचारी शंभू ठाकुर(50 वर्ष)ने सोमवार की रात फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली.
शंभू ठाकुर गोंदा थाना क्षेत्र के एमपी सिन्हा लेन स्थित पेयजल व स्वच्छता विभाग के उपसचिव रमाकांत सिंह के क्र्वाटर नंबर-3/3 के आउट हाउस में रहते थे और रोहतास के रहनेवाले थे. इस संबंध में रमाकांत सिंह के बयान पर गोंदा थाने में अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज किया गया है.
जानकारी के अनुसार शंभू ठाकुर सोमवार की रात 9.30 बजे खाना खाकर अपने कमरे में सोने चले गये थे. मंगलवार की सुबह छह बजे लोग जब उन्हें उठाने गये, तो अंदर से कोई आवाज नहीं आयी. अनहोनी की आशंका को देखते हुए सूचना पुलिस को दी गयी. पुलिस ने जब दरवाजा खोला, तो शव एसबेस्टस के सहारे रस्सी से लटका हुआ था. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. बताया जाता है कि वह काफी दिनों से केजुअल कर्मचारी के रूप में कार्यरत था. स्थायी नहीं होने के कारण परेशान रहते थे. पोस्टमार्टम कराने पहुंचे कर्मचारियों ने बताया कि स्थायीकरण के लिए वे कई अधिकारी से मिल चुके थे. इसी कारण वह शराब भी पीने लगे थे. उनकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं थी.