रांची: राज्य भर के सभी 26 जेलों के 310 दैनिक वेतन कर्मी स्थायीकरण की मांग को लेकर आंदोलन करेंगे. ये कर्मी 10 वर्षो से भी अधिक समय से कार्यरत हैं. आंदोलन होने पर करीब 20 हजार कैदी प्रभावित होंगे.
राज्य कारा दैनिक वेतन कर्मी एसोसिएशन के अनुसार इससे पहले भी आंदोलन हो चुका है. उनके आंदोलन के मद्देनजर 14 माह पहले ही मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों पर कार्रवाई का आदेश दिया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. मुख्यमंत्री और जेल आइजी से गुहार लगाने की बाद भी उनकी मांगों को अनसुनी की जा रही है. एसोसिएशन ने चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान किया है.
एसोसिएशन के अध्यक्ष पांडेय शिशिर व सचिव रितेश शेखर ने बताया कि पहले चरण में 13 से 16 अक्तूबर तक सफाईकर्मी, नाई, चालक, कंप्यूटर ऑपरेटर, डाटा इंट्री ऑपरेटर, वीडियो कांफ्रेंसिंग ऑपरेटर, महिला कक्षपाल, मेडिकल सेवा सहित अन्य विभागों के दैनिक कर्मी काला बिल्ला लगा कर काम करेंगे. दूसरे चरण में 17 अक्तूबर को उपवास पर रहेंगे. तीसरे चरण में सात से 14 नवंबर तक यानी एक सप्ताह तक राज्य के 310 दैनिक वेतनकर्मी सामूहिक अवकाश पर चले जायेंगे.
क्या-क्या होगा प्रभावित
गंभीर रूप से बीमार कैदियों को दूसरे अस्पताल नहीं ले जाने के कारण उनके समक्ष परेशानी उत्पन्न हो सकती है.
वीडियो कांफ्रेंसिग बंद होने से कैदियों की पेशी नहीं हो पायेगी. वहीं परिजनों का साक्षात्कार बंद हो जायेगा.
महिला कक्षपाल के नहीं रहने से महिला कैदियों पर अंकुश नहीं रहेगा.
साफ सफाई,जेनरेटर सुविधा, बिजली, दूरभाष केंद्र का संचालन ठप हो जायेगा.
14 माह से विभाग के पास दैनिक वेतन कर्मियों की फाइल कार्रवाई के लिए आयी है या नहीं या सीएम के पत्र की जानकारी मुङो नहीं है. शैलेंद्र भूषण,जेल आइजी