रांची: व्यवसायी पवन अग्रवाल की हत्या में शामिल अपराधियों का सुराग लगाने के लिए पुलिस ने शनिवार की रात से लेकर रविवार की सुबह तक जेल से निकले अपराधियों के ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान पुलिस ने कुछ पूर्व अपराधियों को पकड़ा.
उन्हें हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ की. पुलिस अधिकारी उनसे जानना चाह रहे थे कि हत्या के वक्त वे कहां थे. हालांकि पुलिस को इस मामले में कोई सफलता नहीं मिली. पुलिस ने जांच के लिए अपराधियों का मोबाइल नंबर भी लिया है, ताकि मोबाइल के टावर लोकेशन के आधार पर पुलिस यह जान सके कि घटना के समय ऐसे अपराधी कहां थे. सिटी डीएसपी सनत सोरेन ने कहा कि हत्या की वजह और हत्याकांड में शामिल अपराधियों के बारे में अब तक कुछ पता नहीं चला है. पुलिस की जांच विभिन्न बिंदुओं पर जारी है.
डर से अपराधी घर छोड़ भागे
पवन अग्रवाल की हत्याकांड के बाद पुलिस लगातार जेल से जमानत पर छूटे अपराधियों के खिलाफ छापेमारी कर रही है. हत्या के बाद पुलिस कई पुराने अपराधियों को पकड़ कर उनसे पूछताछ कर चुकी है. पुराने अपराधियों के खिलाफ चल रही छापेमारी की सूचना मिलने पर दूसरे कई अपराधी अपना घर छोड़ कर भाग चुके हैं. पुलिस के अनुसार छापेमारी के दौरान कई अपराधी अपने घर पर नहीं मिल रहे हैं.
तीन गोली मारी गयी थी व्यवसायी को
उल्लेखनीय है कि व्यवसायी पवन अग्रवाल की हत्या गत 18 सितंबर को लालपुर थाना क्षेत्र के इस्ट जेल रोड के रतन सिंह मार्ग स्थित घर के बाहर हुई थी.उन्हें तीन गोली लगी थी. घटनास्थल से पुलिस को गोली के दो खोखे मिले थे. किसी से पूर्व से किसी बात को लेकर विवाद होने के संबंध में परिजनों से पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिली है. पुलिस अपने स्तर से हत्या की वजह और उसमें शामिल अपराधियों के बारे जानकारी एकत्र करने में जुटी है.