रांची: पिछले 24 घंटे से मौसम के बदले मिजाज से दुर्गा पूजा आयोजकों के ललाट पर बल पड़ गये हैं. शनिवार के बाद रविवार को भी हुई बारिश से महालया के पूर्व अंतिम रविवार की मार्केटिंग खराब हो गयी. अधिकतर पूजा पंडालों में पिछले 24 घंटे से काम बंद है.
दिन भर हुई बारिश में भी कारीगर छाता लगाकर और रेनकोट पहन कर काम करते दिखे. बांस में फिसलन आने के कारण पंडाल के बाहर रंग रोगन व तिरपाल चढ़ाने का काम पूरी तरह से बंद रहा. अधिकतर कारीगर पूजा पंडाल के अंदर ही काम करते रहे. पिछले साल पूजा के दौरान मौसम खराब होने के कारण इस बार एहतियात बरता जा रहा है. अधिकतर पूजा समितियां इस बार के पंडाल निर्माण में विशेष ध्यान दे रही हैं. पूजा समितियों के पदाधिकारियों के अनुसार मौसम में अगर जल्द सुधार नहीं हुआ तो परेशानी और बढ़ेगी. राजधानी में इस बार 75 छोटे बड़े पूजा पंडालों का निर्माण हो रहा है. इन पंडालों में 15 ऐसे बड़े पंडाल हैं जिनका निर्माण कार्य पिछले एक माह से चल रहा था. बारिश से इन पंडालों में बाहरी सजावट के काम में परेशानी हो रही है.
भारतीय युवक संघ बकरी बाजार
समिति द्वारा इस बार दुर्गयाना मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. पूजा पंडाल का उदघाटन यहां षष्ठी को होना है. 24 घंटे मौसम खराब रहने के कारण यहां पूजा पंडाल के बाहरी साज सजावट का काम पूरी तरह से बंद है. कारीगर पंडाल के अंदर के साज सजावट में लगे रहे. समिति के सदस्यों के मुताबिक काम में तेजी लाने के लिए अतिरिक्त मजदूर बंगाल से बुलाये गये हैं.
कोकर दुर्गा पूजा समिति
कोकर दुर्गा पूजा समिति द्वारा इस बार केदारनाथ हादसे को लाइव दिखाने की योजना बनायी गयी है. इस बार यहां मशीनों से ही केदारनाथ हादसे को लाइव दिखाया जायेगा. पिछले 24 घंटे से हो रहे बारिश का असर यहां के काम पर भी पड़ा है. बांस पर फिसलन के कारण कारीगर पंडाल के अंदर ही दुबके रहे. लाइटिंग के लिए मशहूर इस पूजा पंडाल में विद्युत चालित मशीनों व लाइट लगाने का काम भी प्रभावित रहा.
रेलवे स्टेशन दुर्गा पूजा समिति
समिति द्वारा इस बार कुरुक्षेत्र का निर्माण करवाया जा रहा है. इसके लिए यहां युद्ध का मैदान व नीला आसमान का निर्माण किया जा रहा है. बारिश के कारण आसमान पर किया गया नीला रंग जहां उतरने लगा है. वहीं युद्ध क्षेत्र के लिए बनाये गये रथों को तिरपाल से ढक दिया गया है. ओपेन पंडाल होने के कारण यहां के सभी प्लाई बारिश में भीग गयी है.
आज शाम से बारिश से राहत संभव
राज्य में साइक्लोन का असर दिख रहा है. ओड़िशा के तटवर्ती क्षेत्र में बने निमA दबाव का असर दिख रहा है. मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 घंटे तक इसी तरह का मौसम रहने की उम्मीद जतायी है. सोमवार की शाम से राहत मिलने की उम्मीद है. 24 सितंबर से आसमान साफ रह सकता है. निम्न दबाव के कारण शनिवार की रात से रविवार की दोपहर तक बारिश हुई. दो दिनों में करीब 42 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गयी है. लगातार हो रही बारिश से अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेसि पहुंच गया, जो सामान्य से चार डिग्री नीचे है.