रांची:योगेंद्र साव द्वारा उग्रवादी संगठन बनाने, संगठन को हथियार उपलब्ध कराने और हत्या की सुपारी देने के मामले की जांच अब जिला पुलिस नहीं करेगी. पूरे मामले की जांच अब अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) करेगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने योगेंद्र साव की पत्नी के आवेदन पर यह आदेश दिया है. गृह सचिव एनएन पांडेय ने इसकी पुष्टि की है.
सोमवार को इससे संबंधित आदेश जारी होने की उम्मीद है. योगेंद्र साव की पत्नी ने मुख्यमंत्री को दिये आवेदन में कहा है कि हजारीबाग पुलिस की जांच पर उन्हें भरोसा नहीं है. क्योंकि वहां की पुलिस योगेंद्र साव को फंसाने में लगी हुई है. योगेंद्र साव भी इस तरह का आरोप लगा चुके हैं.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी जब झारखंड टाइगर ग्रुप के प्रमुख राजकुमार गुप्ता ने योगेंद्र साव को संगठन बनाने समेत अन्य अपराधों की जानकारी पुलिस को दी थी, तब सरकार ने सीआइडी से रिपोर्ट मांगी थी. सीआइडी के एसपी एम तमिल वानन ने हजारीबाग जाकर मामले की पड़ताल की थी.