चाईबासा:छात्रों ने शनिवार की सुबह 10.45 बजे कोल्हान विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ गंगा प्रसाद सिंह को पीटा. जूतों की माला पहनायी और मुंह पर कालिख पोत कर विश्वविद्यालय व टाटा कॉलेज परिसर में घुमाया. छात्रों ने कुलसचिव डॉ एससी दास और वित्त अधिकारी सेक्शन की चतुर्थवर्गीय महिला कर्मचारी समेत अन्य कर्मियों से भी हाथापाई की. कुलपति व प्रतिकुलपति द्वारा डीआइजी को सूचना दिये जाने के बाद 11.15 बजे पुलिस वहां पहुंची. इस संबंध में विश्वविद्यालय की ओर से स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
घटना के बाद से विश्वविद्यालय के अधिकारी व कर्मचारी दहशत में हैं. उन्होंने सुरक्षा की मांग की है. घटना के बाद वहां पहुंचे सदर थाना प्रभारी छात्रवास में गये, लेकिन वहां छात्र नहीं मिले. छात्रवास खाली हो चुका था. घटना के करीब एक घंटा बाद कुलपति डॉ आरपीपी सिंह पहुंचे. उन्होंने आपातकालीन बैठक की.
पहले कुलसचिव को निकाला, फिर परीक्षा नियंत्रक को जानकारी के अनुसार, सुबह 10.45 बजे डॉ गंगा प्रसाद सिंह अपने कार्यालय कक्ष में थे. वहां कुलसचिव डॉ एससी दास व डीएसडब्लूय डॉ पद्मजा सेन भी उनसे बातें कर रहे थे. इसी बीच 10-12 छात्र कक्ष में पहुंचे. पहले डॉ दास को बाहर ले गये. इस बीच डॉ पद्मजा सेन भी बाहर निकलीं. उनके बाहर निकलते ही छात्र फिर परीक्षा नियंत्रक के चैंबर में घुसे और डॉ गंगा प्रसाद सिंह को यह कहते हुए खींच कर बाहर ले गये कि तुम अपनी मनमानी करते हो. बाहर करीब 250 छात्र थे. छात्रों ने पहले गाली-गलौज व मारपीट की. मोबिल व कालिख उड़ेल कर जूतों की माला पहनायी. फिर नारेबाजी करते हुए एफओ सेक्शन तक ले गये.
एफओ को बुलाओ, नहीं तो जान से मार देंगे
एफओ सेक्शन में पहुंचने पर छात्रों ने डॉ सिंह को फोन करके एफओ सुधांशु कुमार को बुलाने को कहा. नहीं बुलाने पर जान से मार देने की धमकी दी. डॉ सिंह का मोबाइल उनके कक्ष में ही छूट गया था. इस क्रम में चतुर्थवर्गीय महिला कर्मचारी जेमा के साथ भी छात्रों ने हाथापाई की. बीच-बचाव करते हुए उन्हीं में से एक छात्र संदीप, डॉ सिंह को टाटा कॉलेज के प्राचार्य कक्ष तक ले गया.
घटना की साजिश पहले से रची गयी थी और बाहरी तत्वों ने इसे अंजाम दिया है. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बातचीत चल रही है.
डॉ आरपीपी सिंह, कुलपति