रांची: कोल इंडिया के 3.75 लाख कर्मियों को इस साल 40 हजार रुपये बोनस (एक्सग्रेसिया) मिलेगा. इसका भुगतान 27 सितंबर के आसपास किया जायेगा. दिल्ली में शुक्रवार को मजदूर यूनियनों के साथ बैठक में इस पर सहमति बनी. बैठक के बाद एटक नेता लखन लाल महतो व सीटू नेता डीडी रामानंदन ने बताया कि मजदूर यूनियनों ने 70 हजार रुपये बोनस देने की मांग रखी थी. काफी जद्दोजहद के बाद 40 हजार रुपये भुगतान पर सहमति बनी.
दिल्ली में दिन भर चली बैठक : श्री महतो ने बताया कि प्रबंधन पिछली बार से ज्यादा भुगतान पर सहमत नहीं हो रहा था. दिन भर चली वार्ता के दौरान तीन-चार बार व्यवधान भी हुआ. प्रबंधन दोपहर के भोजनावकाश तक 37,500 रुपये से आगे बढ़ने को तैयार नहीं था. वहीं मजदूर यूनियन 41,500 रुपये से नीचे आने को तैयार नहीं थे. भोजनावकाश के बाद हुई बैठक में अंतत: 40 हजार रुपये बोनस देने पर सहमति बनी.
बैठक में ये थे मौजूद : बैठक में कंपनी की ओर से कोल इंडिया के प्रभारी चेयरमैन सह संयुक्त सचिव, कोल इंडिया के निदेशक कार्मिक आर मोहन दास, सभी कोयला कंपनियों के निदेशक कार्मिक और यूनियन की ओर से इंटक के राजेंद्र सिंह, एचएमएस के नाथूलाल पांडेय, बीएमएस के सुरेंद्र पांडेय, सीटू के डीडी रामानंदन व एटक के लखन लाल महतो मौजूद थे.
कर्मचारियों में हर्ष : कोल इंडिया कर्मियों की बोनस राशि में अब तक की सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई है. पिछले साल की तुलना में इस बार करीब 9500 रुपये की वृद्धि हुई है. इससे कर्मचारियों में हर्ष है. सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ के नेता एसएन सिंह ने कोयला मंत्री, कोल इंडिया प्रबंधन व मजदूर यूनियनों को बधाई दी है. आरसीएमएस, मुख्यालय के नवीन झा, सुभाशिष चटर्जी, गौतम मांझी आदि ने राजेंद्र सिंह व अन्य नेताओं के प्रति आभार जताया है. कोल फील्ड मजदूर यूनियन के नेता जगरनाथ साहू ने कहा कि मजदूरों की एकता के कारण अपेक्षित बोनस मिला है.
ठेकाकर्मियों को 8.33 } बोनस
कोल इंडिया में कार्यरत ठेकाकर्मियों को बेसिक वेतन की 8.33 फीसदी राशि बोनस के रूप में मिलेगी. ठेकाकर्मियों को बोनस एक्ट के तहत इसके भुगतान पर सहमति बनी.