जिन युवतियों को मुक्त कराया गया, वे गुमला, लातेहार व गढ़वा की हैं. बरामद युवतियों में दो की उम्र 18 साल है, जबकि एक 15 वर्ष की है. जिस प्लेसमेंट एजेंसी (केडी इंटरप्राइजेज) के जरिये तीनों को बेचा जा रहा था, पुलिस ने उसे सील कर दिया है. वहीं पुलिस ने एजेंसी के संचालक कपिलदेव चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है. कपिलदेव चौधरी लातेहार थाना में दर्ज कांड संख्या-03/13 में भी अभियुक्त है.
इसी केस में कुछ दिन पहले बाबा वामदेव को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. दिल्ली क्राइम ब्रांच को कपिलदेव चौधरी ने बताया है कि बाबा वामदेव की गिरफ्तारी के बाद वह गिरोह का सरगना बन गया था. उसी के नेतृत्व में मानव तस्करी का काम किया जा रहा था. लातेहार पुलिस को कपिलेदव की तलाश जिस मामले में है, वह मामला भी मानव तस्करी से जुड़ा है. पुलिस को युवतियों ने बताया कि कपिलदेव की प्लेसमेंट एजेंसी में ही उसे रखा गया था. दोनों ने जहां काम किया था, वहां से वही पैसे लेता था.