रांची: स्वास्थ्य मंत्री राजेद्र सिंह ने कहा कि संस्थान के विकास में बाधक किसी भी अधिकारी को नहीं बख्शा जायेगा. चाहे वह आयुक्त हो या सचिव. रिनपास के कई काम इन अधिकारियों के स्तर पर लंबित हैं.
सरकार चाहती है कि संस्थान का विकास हो. श्री सिंह गुरुवार को रिनपास के 89वें स्थापना दिवस के मौके पर बोल रहे थे. श्री सिंह ने कहा कि रिनपास में मैनपावर की कमी है. शिक्षकों को प्रमोशन नहीं मिल रहा है.
कठिन स्थिति में काम करनेवाले कर्मियों की विभिन्न मांगे लंबित है. इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. इस संस्थान को देश के विकास का साथी बनना है. इसमें और सुधार की जरूरत है. इसके लिए जितना सहयोग चाहिए, वह देने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि आनेवाले 15-20 दिनों में जितने काम पेंडिंग हैं करा लें. इस पर अधिकारियों को कहते हुए सुना गया कि लगता है मंत्री जी ने आगामी चुनाव के कारण यह बात कही है. धन्यवाद ज्ञापन चिकित्सा अधीक्षक डॉ अशोक कुमार नाग ने किया. इस मौके पर निमहांस के डॉ डी मुरलीधर, सीआइपी के निदेशक डॉ डी राम, डॉ सीआरजे खेस, डॉ तुलसी महतो, डॉ अमूल रंजन डॉ एएन वर्मा, डॉ जय प्रकाश, डॉ केएस सेंगर, डॉ बलराम प्रसाद, डॉ पीके सिन्हा, डॉ मनीषा किरण, डॉ मशरुर जहां व अन्य डॉक्टर मौजूद थे.
आधे पद रिक्त
स्वागत भाषण में निदेशक डॉ केके सिन्हा ने कहा कि संस्थान में आधे से अधिक पद रिक्त हैं. इसके बावजूद बेहतर चिकित्सा सुविधा देने का प्रयास कर रहे हैं.
बीमारियों का कारण तनाव
सीआइपी के पूर्व निदेशक डॉ एस हक निजामी ने कहा कि 85 फीसदी बीमारियों का कारण तनाव (स्ट्रेस) है. शारीरिक कसरत से केवल शरीर की बीमारियां ही नहीं दूर होती है, तनाव भी कम होता है. डॉ हक इस मौके पर आयोजित डॉ केआर बनर्जी व्याख्यान में बोल रहे थे.
बेहतर काम करनेवालों को मिला पुरस्कार
पिछले एक साल के दौरान अच्छा काम करने वाले कर्मियों को पुरस्कृत किया गया. अच्छा सफाई सेवक (पुरुष) : सुजीत खाखा, सफाई सेविका (महिला) : पौलिना कुजूर, महिला अटेंडेंट : जुलिया मिंज, मेल वार्डन : राज किशोर राम, ओटी वर्कर : एसके रोहिला, महिला ओटी वर्कर : मृणालिनी नाग, ऑफिस वर्कर : रंजन कुमार दास, मेल नर्स : वीरेंद कुमार, महिला नर्सिग स्टाफ : जयवंती आइन, मेल स्टाफ : अरविंद कुमार, ऑउट स्टैंडिंग स्टॉफ : राज शंकर प्रसाद को पुरस्कृत किया गया.