तारा शाहदेव प्रकरण को लेकर पुलिस की टीम ने कार्रवाई तेज कर दी है. सोमवार को तारा के पति रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन के ब्लेयर अपार्टमेंट स्थित फ्लैट की पुलिस ने तलाशी ली और वहां से कई सामान जब्त किये. पुलिस को तलाशी में कई अहम सुराग मिले हैं. पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की कोशिश तेज कर दी है. मामले की जांच नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी, सीबीआइ और इडी से कराने की मांग को लेकर हाइकोर्ट में जनहित याचिका भी दायर कर दी गयी है. इधर इस पूरे मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांग ली है. राज्य के मुख्यमंत्री ने प्रशासन को इस पर तेजी से काम करने का निर्देश दिया है.
रांची: अदालत ने पुलिस के आग्रह पर रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन और उसकी मां कौशल रानी के खिलाफ मंगलवार को गिरफ्तारी का वारंट जारी कर दिया है. पुलिस ने वारंट प्राप्त भी कर लिया है. इस बीच कोतवाली डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने मेन रोड स्थित ब्लेयर अपार्टमेंट में रंजीत के फ्लैट (कौशल निवास) की तलाशी ली.
मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पुलिस की टीम तीन घंटे तक उसके फ्लैट में रही. इस दौरान मीडिया को फ्लैट के आसपास नहीं जाने दिया गया. पुलिस शाम लगभग करीब 3.45 बजे कौशल निवास पहुंची और करीब 6.45 बजे बाहर निकली. तलाशी में पुलिस को फ्लैट से एक फोटो का एलबम मिला है. एलबम में रंजीत कोहली व उसके परिजनों की तसवीरें हैं. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि एक तसवीर में रंजीत पाजामा-कुरता पहने हुए है. उसके पीछे एक धार्मिक स्थल है. यह संयोग भी हो सकता है. पुलिस को उम्मीद थी कि तलाशी में रंजीत और तारा के निकाह से जुड़े कागजात मिल सकते हैं, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं मिला, जिससे यह पता चल सके कि रंजीत कोहली ने धर्म बदला है. पुलिस ने रंजीत कोहली का लैपटॉप जब्त कर लिया है. उसे खोलने की कोशिश की जा रही है.
रंजीत सिंह के नाम से है पासपोर्ट
रांची के एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि रंजीत कोहली का पासपोर्ट भी इसी नाम से है. उसके धर्म बदलने का कोई साक्ष्य अब तक नहीं मिला है. सोमवार को ब्लेयर अपार्टमेंट स्थित उसके फ्लैट की तलाशी में उसका लैपटॉप, सामान व कागजात जब्त किये गये हैं. एसएसपी ने बताया कि उसके फ्लैट से सभी धर्म से जुड़ी तसवीरें और धार्मिक किताबें जब्त की गयी हैं यह संभव है कि किसी दूसरे धर्म के प्रति भी उसका झुकाव हो, लेकिन उसके धर्म बदलने से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं मिले हैं. अब तक मिले तथ्यों से यह पता चलता है कि रंजीत कोहली हमेशा से हिंदू था और आज भी है. एसएसपी ने बताया कि पासपोर्ट कार्यालय से रंजीत के पासपोर्ट डिटेल हासिल करने के बाद यह पता लगाने की कोशिश की जा रहा है कि वह कब-कब देश के बाहर गया है. इसकी सूचना एयपोर्ट अथोरिटी को दी जा रही है, ताकि वह देश से बाहर नहीं भाग पाये.
घर में खाना नसीब नहीं था,पांच साल में बन गया रईस
रांची: रिटायर्ड सेल टैक्स अफसर हरनाम सिंह कोहली के जिंदा रहते वक्त तक रंजीत कोहली व उसके परिवार के आगे कोई समस्या नहीं थी. पर घर में आग लगने और घटना में हरनाम सिंह कोहली की मौत के बाद घर के हालात खराब होते गये. वर्ष 2008 में रंजीत सिंह कोहली को दो वक्त का खाना भी नसीब नहीं होता था. रंजीत के पिता के मरने के बाद उसकी मां दूसरों के घरों में झाड़ू-पोछा का काम करती थी.
वह पहले चाय की दुकान पर, फिर एक राशन दुकान पर काम करने लगा था. किसी तरह परिवार का गुजारा चलता था. रंजीत को मुहल्ले के लोग बब्बा कह कर बुलाते थे. वर्ष 2008 से पहले रंजीत कोहली अपनी मां व बहनों के साथ बरियातू यूनिवर्सिटी कॉलोनी के ब्लॉक-डी में रहता था. वहां के लोगों के अनुसार मुहल्ले के युवकों से उसकी बोल-चाल या दोस्ती नहीं के बराबर थी. वर्ष 2008 में मुहल्ले के एक युवक से झगड़ा होने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. करीब पांच माह तक जेल में रहने के बाद वह जमानत पर छूटा था. जेल से निकलने के बाद उसने ब्लॉक-डी में दूसरे तल्ले पर स्थित घर को बेच कॉलोनी को छोड़ दिया. अपनी मां के साथ वह कहां गया, इसकी जानकारी कभी किसी को नहीं मिली. अब मीडिया में उसकी ओर से धर्म बदलने, हिंदू रीति-रिवाज से तारा शाहदेव से शादी करने और तारा शाहदेव को धर्म बदलने के लिए प्रताड़ित करने की खबरें देख मुहल्ले के लोग आश्चर्यचकित हैं. मुहल्ले के लोग इस बात से भी आश्चर्यचकित हैं कि जिस लड़के को प्राथमिक शिक्षा नसीब नहीं हुई, उसके पास कई कारें हैं. वह बड़े होटलों में रोज जाता है. हर माह 60-70 हजार रुपये खर्च कर उसने तीन मकानों को भाड़े पर ले रखा है. शहर के रिहायशी सोसाइटी में रहता है. उसके यहां बड़े अफसर व मंत्री आते हैं. मुहल्ले के लोगों को समझ में नहीं आ रहा है कि सिर्फ पांच साल में उसने यह सब कहां से हासिल किया. उसके घर के सामने रहनेवाले एक बुजुर्ग ने बताया कॉलोनी छोड़ने के बाद वह यहां कभी नहीं आया. उसके दूसरे धर्म स्वीकार करने से वह दुखी हैं. बुजुर्ग बताते हैं : उन्हें याद है बचपन में रंजीत कोहली पगड़ी भी पहनता था. बुजुर्ग के मुताबिक मौत से कुछ दिन पहले रंजीत के पिता ने भी पगड़ी पहनना छोड़ दिया था. एक बार तो उन्होंने बाल भी मुड़वा लिए थे.
मंत्री, पुलिस व अफसर पहुंचते थे घर
रांची: रंजीत कोहली की ओर से पत्नी तारा शाहदेव को धर्म बदलने के लिए प्रताड़ित करने के मामले की जांच के दौरान पुलिस के सामने कई रहस्य खुलते जा रहे हैं. हालांकि अब तक पुलिस ने इन रहस्यों को कलमबद्ध नहीं किया है. इस मामले में राज्य के मंत्री, बड़े नेता, पुलिस व वन विभाग के बड़े अफसरों के नाम आ रहे हैं.
पुलिस को जो जानकारी मिली है, उससे एक बात स्पष्ट हो गया है कि रंजीत कोहली लाइजनिंग का काम करता था. ठेका मैनेज कर पैसे बनाता था. तारा शाहदेव और ब्लेयर अपार्टमेंट के लोगों से पूछताछ के दौरान पुलिस को यह भी पता चला है कि उसके घर पर लड़कियां आती थीं, जो देखने में रांची या झारखंड-बिहार की नहीं लगती थी. लड़कियों को देखने से ऐसा लगता था कि वह बाहर से आयी हैं. लड़कियां कई-कई दिनों तक रंजीत कोहली के घर में रुकती थीं. इस दौरान रंजीत कोहली के घर पर मंत्री, राज्य के दो बड़े नेता, एक रिटायर आइपीएस, पुलिस के दो वरिष्ठ अफसर और कई आइएफएस अधिकारी आते-जाते थे. एक जज और एक बड़े वकील का भी नाम इस मामले में आ रहा है. रंजीत कोहली के पड़ोसियों ने पुलिस को बताया है कि जब लड़कियां आती थीं, तब कई दिनों तक लाल-पीली बत्ती वाले वाहनों पर सवार होकर कई अधिकारी वहां आया करते थे. इन तथ्यों से पुलिस के अधिकारी अंदाजा लगा रहे हैं कि रंजीत कोहली अफसरों को खुश कर उनसे किसी कंपनी के लिए ठेका या दूसरे का काम हासिल किया करता था. इससे वह अच्छी रकम कमाता था. इन्हीं अफसरों की मदद से वह पैरवी भी करवाता था.
बचपन का दोस्त है डीएसपी सुरजीत
नगर ऊंटारी का डीएसपी सुरजीत, रंजीत सिंह कोहली का बचपन का दोस्त है. दोनोंे का घर यूनिवर्सिटी कॉलोनी में थोड़ी-थोड़ी दूर पर है. वे लोग साथ क्रिकेट खेलते थे. कई स्थानों पर दोनों साथ जाते थे. सुरजीत के पिता एक सरकारी कार्यालय में कार्यरत थे. वह एक धार्मिक संगठन के पदाधिकारी भी रहे चुके हैं. सुरजीत पढ़ाई करता रहा,जबकि रंजीत ने घर की स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण पढ़ाई छोड़ दी थी.
जमशेदपुर भागा था रंजीत सिंह कोहली
रांची. तारा शाहदेव को प्रताड़ित करने के मामले में आरोपी रंजीत सिंह कोहली चार दिन पहले रांची से निकल गया था. रंजीत को जैसे ही यह पता चला था कि हिंदपीढ़ी पुलिस ने उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है, उसने रांची छोड़ दिया था. पुलिस को पता चला है कि बचने के लिए वह जमशेदपुर चला गया था. जमशेदपुर में वह दो दिनों तक रुका. उसके बाद वह वहां से शनिवार को निकल गया है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जमशेदपुर में रहने के दौरान वह पुलिस से बचने का तरीका खोज रहा था. इसी बीच उसे पता चला कि तारा को प्रताड़ित करने का मामला रांची में तूल पकड़ता जा रहा है. उसका बचना या केस मैनेज होना अब संभव नहीं है, तब राज्य सरकार के बड़े अधिकारी की सलाह पर वह जमशेदपुर से भी निकल गया. पुलिस को उसके कई ठिकानों के बारे में भी पता चला है. पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में लगी हुई हैं. इसके अलावा पुलिस ने कोलकाता और दिल्ली पुलिस से भी संपर्क किया है. रांची पुलिस ने कोलकाता व दिल्ली पुलिस को रंजीत कोहली के बारे में जानकारी उपलब्ध करा दी है.
रंजीत कोहली ने गृह सचिव को लिखा पत्र, कहा मुङो फंसाने की रची गयी साजिश
रांची . रंजीत सिंह कोहली ने 25 अगस्त को गृह सचिव व डीजीपी समेत अन्य अधिकारियों को एक आवेदन भेजा है. आवेदन की कॉपी देर रात प्रभात खबर को भेजी. रंजीत के मुताबिक उसने तारा शाहदेव को कभी प्रताड़ित नहीं किया. वह जिस धर्म से है, उसका जिक्र सभी तरह के कागजातों में है. उसने कहा है कि वह सिख पंथ से है और सभी धर्मो का सम्मान करता है. रंजीत के मुताबिक शादी के बाद तारा शाहदेव अपने मायके के लोगों की आर्थिक स्थिति खराब होने की बात कहती थी. उसके पिता और भाई लगातार उसके पास आने लगे और जरूरत बता कर पैसे की मांग करने लगे. उसके मुताबिक वह कभी 50, तो कभी 30 हजार रुपये दे दिया करता था, लेकिन मांगें लाखों में पहुंचने लगी. जब उसने पैसे देने से इनकार किया. उसके मुताबिक तारा ने उसे बरबाद करने की धमकी दी थी. रंजीत ने सवाल उठाया है कि जब उसने तारा को कैद कर रखा था, तो वह राखी में मायके कैसे गयी थी. प्राथमिकी में उसने कहा है कि प्रताड़ना से वह चल नहीं पा रही थी, लेकिन पुलिस के साथ तो वह चल कर लिफ्ट तक गयी है. यह सीसीटीवी फुटेज में भी देखा जा सकता है. रंजीत ने कहा है कि उसने हिंदू रीति रिवाज से शादी की थी. उसने दावा किया है कि तारा के मोबाइल का कॉल डिटेल निकाल कर पुलिस हकीकत की जांच कर सकती है.
बत्ती लगी गाड़ियों पर घूमता था: रांची. रंजीत कोहली की एक कार पर गृह विभाग द्वारा जारी स्टीकर लगा मिला है. इस स्टीकर लगे वाहन को प्रोजेक्ट बिल्डिंग या नेपाल हाउस स्थित सचिवालय में जाने के लिए गेट पास के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. पुलिस को यह भी पता चला है कि रंजीत कोहली कई बार वीआइपी बत्ती लगे वाहनों पर घूमा करता था. इन गाड़ियों का इस्तेमाल वह लाइजनिंग के काम में भी किया करता था.
रजरप्पा में हुई थी रंजीत के भाई की मौत
रंजीत कोहली का एक बड़ा भाई भी था. उसकी मौत रजरप्पा में हो गयी थी. मुहल्ले के लोगों के मुताबिक यह घटना वर्ष 2000 से पहले की है. रंजीत का बड़ा भाई रजरप्पा मंदिर गया था. वहां दामोदर नदी में नहाने के दौरान वह गहरे पानी में चला गया था, जिससे उसकी मौत हो गयी थी.
तारा के साथ इंसाफ होगा: मुख्यमंत्री
रांची. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि तारा शाहदेव उनकी बहन के जैसी हैं. उनके साथ इंसाफ होगा. उन्होंने कहा कि दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी. वह पूरे मामले पर नजर रखे हुए हैं. प्रशासन को तेजी से काम करने का निर्देश दिया गया है.
एक वर्ष पहले रंजीत मिला था : हाजी हुसैन
रांची. तारा शाहदेव प्रकरण में मंत्री हाजी हुसैन अंसारी ने रंजीत सिंह को आमंत्रित करने की बात स्वीकार की है. मंत्री हाजी हुसैन अंसारी ने कहा : एक साल पहले वह मुझसे रकीबुल के नाम से मिला था. तब उसने कहा था कि वह एक एनजीओ चलाता है. एनजीओ पेड़ लगाने का काम करता है. मंत्री के अनुसार रकीबुल ने कहा कि सरकार कब्रिस्तान की घेराबंदी कराने जा रही है. वह कब्रिस्तान में पेड़ लगाने का काम लेना चाहत है. मंत्री ने कहा कि रकीबुल के आग्रह पर उन्होंने एक सिफारिशी पत्र भी तत्कालीन पीसीसीएफ मल्होत्र के नाम लिखा था. मंत्री ने स्वीकार किया कि रमजान के महीने में उनके आवास पर आयोजित इफ्तार पार्टी में उन्होंने रकीबुल को आमंत्रित किया था. रकीबुल की शादी के बाबत मंत्री ने कहा कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है. उन्हें आमंत्रित भी नहीं किया गया था.
दोषी की गिरफ्तारी हो: कांग्रेस
रांची. झारखंड प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष आभा सिन्हा ने निशानेबाज तारा शाहदेव के साथ हुई घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है. उन्होंने कहा है कि इस तरह की घटना सभ्य समाज में कलंक है. उन्होंने कहा कि किसी भी जाति की लड़की को जबरन धर्म परिवर्तन करवाने की जितनी भी निंदा की जाये कम है. पुलिस प्रशासन रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे.
सीबीआइ से हो जांच: मंच
रांची . हिंदू जागरण मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज कुमार साहू ने कहा है कि नारी अस्मिता के साथ खिलवाड़ बरदाश्त नहीं किया जायेगा. उन्होंने कहा है कि लव जेहाद एक अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र है. इसके तहत हिंदू लड़कियों को फंसाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने मामले की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की है.
आज मिलेगा प्रतिनिधिमंडल
रांची. तारा प्रकरण में दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भाजपा नेत्री सीमा शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल 26 अगस्त को दिन के 11 बजे उपायुक्त से मुलाकात करेगा. श्रीमती शर्मा ने बताया कि महिलाओं की टीम तारा शाहदेव के घर जाकर भी मुलाकात करेगी.