कांके: बीएयू में एक बार फिर रैगिंग की घटना घटी है. कृषि महाविद्यालय में मौजूदा सत्र में दाखिला लेनेवाले 15 छात्रों के जबरन बाल छोटे करवा दिए गये. वहीं उनको खास तरह के कपड़े पहने की चेतावनी दी गई है.
यह सब कई दिनों से चल रहा है. लेकिन महाविद्यालय और विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है. सूचना के मुताबिक छात्र भय वश उनके पास शिकायत ले कर नहीं जा रहे हैं. दरअसल बीएयू में ऐसी ठोस व्यवस्था नहीं बनायी जा सकी है कि नए छात्रों के रैगिंग पर रोक लग सके. जबकि विवि परिसर में एंटी रैगिंग का बड़ा सा बोर्ड लगा दिया गया है.
अधिकारियों को नहीं है जानकारी
महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ एमएस यादव ने ऐसी किसी घटना की जानकारी होने से इनकार किया है. हालांकि उन्होंने कहा कि अक्सर ऐसी छोटी घटनाएं होती रहती हैं. यह पूछने पर कि एंटी रैगिंग सेल कोई कार्रवाई नहीं करता और पहले से घटनाओं को रोकने का उपाय क्यों नहीं किया जाता, उन्होंने कहा कि इस पर ध्यान दिया जाएगा. निदेशक छात्र कल्याण डॉ एनके राय ने कहा कि उनको भी कोई जानकारी नहीं है. अगर ऐसी कोई घटना हुई है तो इसकी जांच की जाएगी. रजिस्ट्रार डॉ एन कुदादा ने कहा कि 25 अगस्त को रैगिंग का पता लगाया जायेगा और त्वरित कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि एंटी-रैगिंग सेल विवि में कार्य कर रहा है. इसके अध्यक्ष निदेशक छात्र कल्याण डॉ एनके राय व कृषि, वानिकी, पशु चिकित्सा संस्थान के अधिष्ठाता सदस्य हैं.