रांची: झामुमो यूपीए में रह कर ही विधानसभा चुनाव लड़ेगा. इस बात की सहमति झामुमो कार्यसमिति की बैठक में बन गयी है. वहीं इस गंठबंधन में झाविमो को शामिल किये जाने के मुद्दे पर फैसला लेने के लिए शिबू सोरेन को अधिकृत किया गया है.
कार्यसमिति की बैठक में इस बात पर सब सहमत थे कि भाजपा को दूर करने के लिए समान विचारधारा वाले दलों को एकजुट होकर लड़ना होगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में सरकार में शामिल गंठबंधन दलों की ही जीत होगी. आगामी सरकार भी इसी गंठबंधन की ही बनेगी.
दो दिन चली झामुमो कार्यसमिति की बैठक में तीन प्रस्ताव पारित किये गये. पार्टी के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि राज्य में सांप्रदायिक शक्तियों का ध्रुवीकरण रोकने तथा पूंजीवादी सत्ता को दूर रखने का फैसला किया गया है. दूसरे प्रस्ताव में कार्यकर्ताओं को 81 विधानसभा सीट की तैयारी करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के सभी बूथों पर सक्रिय कार्यकर्ताओं की 51 सदस्यीय कमेटी के गठन करने का फैसला किया गया है. तीसरे प्रस्ताव में हेमंत सोरेन सरकार को सफल बताया गया है. 23 अगस्त से चुनाव अभियान की शुरुआत करने का निर्णय लिया गया है.