– आलू रोके जाने के मामले में कृषि मंत्री बोले
– झारखंड में कृषि कैबिनेट बनाने की तैयारी
– दो-तीन पंचायतों को मिला कर की जायेगी कृषि बैंक की स्थापना
गिरिडीह : झारखंड के कृषि मंत्री योगेंद्र साव ने कहा कि अगर बंगाल से आलू रोके जाने के मामले में विवाद नहीं सुलझा तो राज्य सरकार कड़ा कदम उठायेगी. वैसे इस मामले में बंगाल सरकार से वार्ता कर समस्या समाधान की दिशा में कोशिश की जा रही है.
इसके बावजूद बंगाल सरकार द्वारा सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया, तो हम भी कड़ी कार्रवाई करेंगे. उक्त बातें उन्होंने सोमवार को परिसदन भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी अपने स्तर से मामले को सुलझाने की कोशिश में हैं.
इसके तहत मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से पत्रचार भी किया गया है. श्री साव ने कहा कि हम पड़ोसी राज्यों के साथ संबंध खराब नहीं करना चाहते हैं. यही वजह है कि अब तक शांतिपूर्ण तरीके से समस्या समाधान की कोशिश हो रही है. अगर ऐसा नहीं हुआ तो झारखंड से बंगाल जाने वाले कोयला को रोक दिया जायेगा.
कहा कि भाजपा और ममता बनर्जी के बीच सांठगांठ के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है. झारखंड में काफी क्षमता है. इस बात का ध्यान दूसरे राज्यों को रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि झारखंड के कृषकों को आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा. राज्य में कृषि उत्पादन क्षमता बढ़ाने को लेकर सरकार गंभीर है. सरकार इस दिशा में कार्य कर रही है.
विभागीय कार्य योजना के बारे में जिक्र करते हुए मंत्री श्री साव ने कहा कि झारखंड में कृषि कैबिनेट बनाने की तैयारी चल रही है. इसके अलावा दो-तीन पंचायतों को मिला कर कृषि बैंक की स्थापना की जायेगी.
कहा कि कृषि बैंक में अत्याधुनिक औजार उपलब्ध रहेंगे, ताकि उसका इस्तेमाल किसान खेती की बुआई और कटाई में कर सके. कहा कि किसान इसका लाभ उठा कर आत्मनिर्भर बन सकते हैं. मौके पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष नरेश वर्मा, सतीश केडिया, सब्बन खान आदि मौजूद थे.